रोहतक: अपराध की दुनिया में नई लेडी डॉन बनी हरियाणा की अनु धनखड़ को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया है. अनु धनखड़ पर फिरौती से लेकर हत्या की साजिश में शामिल होने तक के कई संगीन आरोप हैं. सबसे ताजी घटना है, दिल्ली के बर्गर किंग में हुई युवक अमन जून की हत्या. पुलिस के मुताबिक ये हत्या विदेश में बैठे गैंगस्टर हिमांशु भाऊ गैंग के शूटरों ने किया है. अनु धनखड़ हिमांशु भाऊ की दोस्त है. उसी के कहने पर उसने अमन जून को बुलाया था.
कौन है लेडी डॉन अनु धनखड़-अनु धनखड़ हरियाणा के रोहतक जिले के अटायल गांव की रहने वाली है. वो मनोविज्ञान विषय में ग्रेजुएट है. बताया जाता है कि वो रोहतक के ही रहने वाले हिमांशु भाऊ गैंग के लिए काम करती है. हिमांशु भाऊ अमेरिका में छुपा हुआ है. अनु धनखड़ पर कई आपराधिक वारदातों में शामिल होने का आरोप है. 21 जनवरी को हरियाणा के सोनीपत में गोहाना के मशहूर हलवाई की दुकान पर हुई गोलीबारी में भी वो शामिल थी. हलवाई से हिमांशु भाऊ गैंग ने फिरौती मांगी थी. अनु धनखड़ हिमांशु भाऊ और उसके शूटर साहिल रिटोलिया के साथ लगातार संपर्क में थी.
दिल्ली के बर्गर किंग हत्याकांड में आरोपी-अनु धनखड़ दिल्ली के बर्गर किंग में 18 जून को हुई अमन जून की हत्या में शामिल होने की आरोपी है. अनु धनखड़ पर आरोप है कि सोशल मीडिया के जरिए उसने अमन जून को फंसाकर मिलने बुलाया था. जिसके बाद हिमांशु भाऊ के शूटरों ने अमन जून की हत्या कर दी. ये हत्या दो गैंग की गैंगवार का हिस्सा थी. हिमांशु भाऊ दिल्ली के कुख्यात गैंगस्टर नीरज बवाना का करीबी है. जबकि गैंगवार में मारा गया अमन जून अशोक प्रधान गैंग का सदस्य था.
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दिल्ली के राजौरी गार्डन में बर्गर किंग रेस्टोरेंट में सनसनीखेज हत्या मामले में शामिल हिमांशु उर्फ भाऊ गैंग की एक महिला सहयोगी अनु धनखड़ को गिरफ्तार किया है. उसे यूपी के लखीमपुर खीरी में अंतर्राष्ट्रीय भारत-नेपाल सीमा के पास पकड़ा गया. दिल्ली पुलिस
हिमांशु ने वादा किया था अमेरिका बुलाने का-अमन जून की हत्या के बाद अनु धनखड़ फरार हो गई थी. वो अमेरिका भागने की फिराक में थी. कई राज्यों से होती हुई वो नेपाल भाग रही थी. बताया जाता है कि गैंगस्टर हिमांशु भाऊ ने अनु धनखड़ को अमेरिका बुलाने का वादा किया था. अनु धनखड़ भी हाई प्रोफाइल लाइफ स्टाइल पसंद करती है. अमेरिका जाने के सपने में वो लगातार हिमांश भाऊ की आपराधिक वारदातों में शामिल होती चली गई. लेकिन अमेरिका पहुंचने से पहले पुलिस के हाथ उसके गिरेबान तक पहुंच गये.