जानकारी देते अपर निदेशक राजेंद्र कुमार शर्मा (Video credit: ETV Bharat) मेरठ :यूपी सरकार अब जन्माष्टमी के पर्व को खास बनाने जा रही है. इस बार भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव के मौके पर गौ आश्रय स्थलों में विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी. इतना ही नहीं इस दिन गौवंशों की खास सेवा और पूजा की जाएगी. आइए जानते हैं क्या है पूरी प्लानिंग?
प्रदेश की योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की सरकार ने इस बार बेसहारा गोवंशों को लेकर खास आदेश पारित किया है. इस बार जन्माष्टमी के पर्व पर प्रदेश भर की प्रत्येक गौशाला में गायों की पूजा-अर्चना की जाएगी. इस बारे में बीते कुछ समय पूर्व ही लिखित आदेश भी जारी किया जा चुका है. गौ-आश्रय स्थलों में भी श्री कृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई जाएगी. जन्माष्टमी पर गौ आश्रय स्थलों में गौ-पूजन होगा. स्कूली बच्चों को गौ आश्रय स्थलों का भ्रमण कराया जाए ऐसा भी शासन ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और पशुपालन विभाग के जिम्मेदारों को निर्देश जारी किए हैं.
इस बारे में पशुपालन विभाग के मेरठ मंडल के अपर निदेशक राजेंद्र कुमार शर्मा ने ईटीवी भारत को बताया कि जन्माष्टमी का जिक्र हो और भगवान श्री कृष्ण के साथ-साथ गोवंश का जिक्र न हो ऐसा कभी हो नहीं सकता. उन्होंने कहा कि यह पर्व बहुत ही महत्वपूर्ण है और श्री कृष्ण के जन्मोत्सव के तौर पर जहां इस दिन इस पर्व को मनाया जाना है वहीं, गौ आश्रय स्थलों में जन्माष्टमी का पर्व उत्साह पूर्वक मनाया जाएगा. खास तौर से वहां गौवंशों की सेवा का कार्य किया जाएगा, जिसमें जनप्रतिनिधियों की भी सहभागिता रहने वाली है. उन्होंने कहा कि इस बारे में शासन स्तर से जिम्मेदार अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है.
उन्होंने कहा कि उनके स्तर से भी मंडल से संबंधित सभी जिम्मेदारों को आवश्यक निर्देश दिए जा चुके हैं. अपर निदेशक ने बताया कि यह पहला मौका है जब जन्माष्टमी पर गौ आश्रय स्थलों को सजाया संवारा जा रहा है. उन्होंने बताया कि हालांकि गोवर्धन पूजा और गोपाष्टमी पर अब तक गौ आश्रय स्थलों में गौ पूजन और गौ सेवा का कार्य किया जाता रहा है, लेकिन इस बार सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जन्माष्टमी पर्व पर भी कार्यक्रम आयोजित किए जाने हैं. इस मौके पर गोवा से स्थलों में रौनक रहने वाली है और दीपक उत्सव का कार्यक्रम भी वहां पर आयोजित किया जाएगा. इस दौरान जनप्रतिनिधियों के द्वारा भी अलग-अलग स्थानों पर पहुंचकर सेवा कार्य किए जाने हैं. इस आदेश का शत-प्रतिशत पालन कराने के लिए गौ से स्थलों में तैयारी भी शुरू हो गई है.
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