रांची:26 साल की उम्र से ही पुलिस को बड़ी चुनौती देने वाला और यह स्लोगन देने वाला की 'खौफ नहीं है किसी के बाप का,जो दिल में आएगा वही करेगा' आखिरकार पुलिस की गोली का शिकार हो गया. उग्रवादी संगठन टीएसपीसी को छोड़कर अपना संगठन बनाकर कोयलांचल में आतंक फैला रहे राहुल तुरी उर्फ आलोक जी अपराध की जगत में सिक्का चलाने की हसरत लिए पुलिस की बारूद का शिकार हो गया.
कुख्यात हो चला था राहुल
गिरोह का सरगना आलोक उर्फ राहुल तुरी का अंजाम वही हुआ जो एक दिन किसी अपराधी का होता है. रांची के खलारी, चतरा के पिपरवार और आसपास इलाके का आतंक राहुल तुरी शनिवार को कुजू में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया. राहुल हाल के दिनों में कोयलांचल में पुलिस के लिए चुनौती के रूप में उभरा था, राहुल रांची सहित कई जिलों में कई आपराधिक घटनाओं का अंजाम देकर सुर्खियों में आया था.
ज्ञात हो कि 21 दिसंबर को बुढ़मू पुलिस ने आलोक गिरोह के राहुल तुरी के घर खलारी के गुलजार बाग में कुर्की-जब्ती की थी. जिसके विरोध में आलोक गिरोह ने 22 दिसंबर को खलारी थाना क्षेत्र के राय निर्मल महतो चौक पर तीन हाइवा में आग लगा दी और फायरिंग करते हुए मौके पर मौजूद कई लोगों की पिटाई की थी. 21 दिसंबर को कुर्की-जब्ती के बाद से राहुल का घर खाली पड़ा था. राहुल के पुलिस मुड़भेड़ में मारे जाने के बाद खलारी गुलजारबाग स्थित घर में सन्नाटा पसर गया है. घर के आसपास रहनेवाले लोग कुछ भी बताने से इनकार कर रहे हैं.
खलारी का रहने वाला राहुल तुरी मैट्रिक पास था