जोधपुर. छात्र राजनीति से सक्रिय राजनीति में आए गजेंद्र सिंह शेखावत को तीसरी बार जोधपुर से भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है. शेखावत ने 2014 में पहली बार मोदी लहर में जोधपुर से चुनाव लड़ा था. उन्होंने तत्कालीन केंद्रीय मंत्री चंद्रेश कुमारी को चार लाख से ज्यादा मतों से हराया था. जिसके बाद उन्हें केंद्र में कृषि राज्य मंत्री बनाया गया था. 2019 में उनके सामने तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत ने चुनाव लडा. तमाम प्रयासों के बावजूद के वैभव गहलोत को 2 लाख 74 हजार 440 मतों से हारना पड़ा. अब तीसरी बार शेखावत को मौका मिला है. अभी कांग्रेस से कौन प्रत्याशी होगा, ये तय नहीं है, लेकिन मोदी के नाम शेखावत की जीत पक्की मानी जा रही है.
सामाजिक कार्य :
- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से बचपन से ही जुड़ाव.
- स्वदेशी जागरण मंच के सह संयोजक और राजस्थान के सीमा क्षेत्र में विकास के लिए समर्पित सीमा जनकल्याण समिति के महासचिव रहे.
- सीमा जन कल्याण समिति में रहते हुए राजस्थान में भारत-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र में करीब 40 स्कूल और चार छात्रावास खुलवाने का श्रेय.
राजनीतिक जीवन :
- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के टिकट पर 1992 में जेएनवीयू, जोधपुर में छात्रसंघ अध्यक्ष का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की.
- वर्ष 2014 में सक्रिय राजनीति में प्रवेश. जोधपुर से भाजपा के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ा. कांग्रेस प्रत्याशी और जोधपुर राजपरिवार की चंद्रेश कुमारी को पराजित किया. 2017 में केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री का दायित्व मिला. उसे बखूबी निभाया.
- वर्ष 2019 में जोधपुर सीट पर फिर से लोकसभा चुनाव लड़ा और कांग्रेस के कद्दावर नेता व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत को करीब 2.74 लाख वोटों के बड़े अंतर से पराजित किया. दूसरे कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कैबिनेट मंत्री के रूप में नवगठित जलशक्ति मंत्रालय का जिम्मा सौंपा.
सांगठनिक अनुभव :भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव रहे. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में 35 सीटों का दायित्व मिला. पंजाब में भाजपा के राज्य प्रभारी रहे. राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रपति चुनाव प्रबंधन कमेटी के संयोजक बनाए गए. राजस्थान विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचारक रहे.