बीजेपी में शामिल होने के बाद कांग्रेस पर हमलावर हुईं किरण चौधरी, उदयभान को बोला- अपने गिरेबान में झांकें - KIRAN CHAUDHARY on uday bhan
KIRAN CHAUDHARY ON UDAY BHAN: बीजेपी में शामिल होने के बाद पूर्व मंत्री किरण चौधरी अब कांग्रेस पर खुलकर हमलावर हो चुकी हैं. शुक्रवार को अपने गृह जिले भिवानी में उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को जमकर नसीहत दी.
भिवानी:कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद किरण चौधरी पहली बार अपने गृह जिले भिवानी पहंची. इस मौके पर उनके समर्थकों ने उनका स्वागत किया. भिवानी पहुंचकर किरण चौधरी कांग्रेस पर सीधे हमला शुरू कर दिया. उन्होंने खासकर हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान को आड़े हाथ लिया.
किरण चौधरी शुक्रवार को भिवानी में अपने निवास पर कार्यकर्ताओं से बात करने के बात पत्रकारों से बातचीत कर रहीं थी. उन्होंने कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को उदय भान के बयान पर उन्हें आड़े हाथ लेते हुए कहा कि अब प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को आगे नहीं बढ़ा पाएंगे. कांग्रेस में षडयंत्र चलता है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दूसरों पर कटाक्ष करने की बजाए अपने गिरेबान में झांककर देखे कि उनका राजनीतिक सफर क्या रहा है.
किरण चौधरी ने कहा कि पहले हरियाणा विकास पार्टी और भाजपा की सरकार हरियाणा में बन चुकी है. अब उन्होंने भाजपा को ज्वाइन किया है. हविपा को कांग्रेस में विलय करवाने का काम भी उन्होंने ही किया था. अब बीजेपी में शामिल हुईं हैं और सभी कार्यकर्ता को साथ लेकर भाजपा को और अधिक मजबूत बनाने का काम करेंगी. किरण चौधरी ने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा और अधिक मजबूत होगी और तीसरी बार सरकार बनायेगी.
किरण चौधरी हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की बहू हैं. बंसीलाल ने अपनी विरासत किरण चौधरी के पति और अपने छोटे बेटे सुरेंदर सिंह को सौंपी थी. 2024 के लोकसभा चुनाव में भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से बेटी श्रुति चौधरी का टिकट कटने के बाद से किरण चौधरी नाराज थीं. यहां तक कि जब राहुल गांधी चुनाव के दौरान रैली करने आये तो मंच पर भी राव दान सिंह और किरण चौधरी में तू-तू मैं-मैं देखने को मिली थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी महेंद्रगढ़ रैली के दौरान बंसीलाल की जमकर तारीफ की थी. उसके बाद से ये लगने लगा था कि शायद किरण चौधरी बीजेपी का दामन थाम लेंगी. किरण चौधरी हरियाणा सरकार में मंत्री रही हैं. अपनी परंपरागत तोशाम विधानसभा सीट से वो 5 बार से विधायक हैं. इससे पहले वो 1998 के विधानसभा चुनाव में दिल्ली कैंट से भी कांग्रेस की विधायक बन चुकी हैं.