खगड़िया:2024 के लोकसभा चुनाव के दो चरणों का मतदान संपन्न हो चुका है और अब 7 मई को होनेवाले तीसरे चरण के मतदान का घमासान परवान चढ़ चुका है. तीसरे चरण में ही खगड़िया लोकसभासीट पर भी वोटिंग होनेवाली है और इस सीट पर जीत के लिए NDA और महागठबंधन के नेताओं ने पूरी ताकत झोंक दी है. तो चलिए हम आपको बताने जा रहे हैं खगड़िया लोकसभा सीट का इतिहास और ताजा सियासी समीकरणः
खगड़िया सीट का इतिहासःदेश के दूसरे आम चुनाव यानी 1957 से ही खगड़िया लोकसभा सीट का अस्तित्व है. शुरुआती दो लोकसभा चुनावों में तो यहां बाजी कांग्रेस के हाथ रही लेकिन उसके बाद तस्वीर बदलती गयी. हालांकि 1980 और 1984 में भी कांग्रेस को खगड़िया से सफलता मिली लेकिन उसके बाद बाजी हाथ से निकल गयी और अब तो खगड़िया NDA का गढ़ बन गया है.
NDA और महागठबंधन में मुकाबलाः पिछले कई चुनावों की तरह इस बार भी खगड़िया में NDA और महागठबंधन के बीच सीधी टक्कर है. NDA ने यहां से लगातार दो बार जीत दर्ज करनेवाले महबूब अली कैसर की जगह युवा चेहरे राजेश वर्मा को मैदान में उतारा है. राजेश वर्मा यहां से एलजेपीआर की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं तो महागठबंधन की ओर से सीपीएम के संजय कुमार उन्हें टक्कर दे रहे हैं.
खगड़िया लोकसभा सीटः2009 से अब तक इस सीट पर 2009 में हुए चुनाव में NDA प्रत्याशी के तौर पर जेडीयू के दिनेशचंद्र यादव ने आरजेडी के रवींद्र राणा को हराकर जीत दर्ज की. वहीं 2014 में NDA प्रत्याशी के तौर पर ही एलजेपी के महबूब अली कैसर ने आरजेडी की कृष्णा यादव को शिकस्त दी. 2019 में भी NDA की जीत का सिलसिला बरकरार रहा और महबूब अली कैसर ने लगातार दूसरी बार खगड़िया से जीत दर्ज की. इस बार उन्होंने वीआईपी के मुकेश सहनी को मात दी.
सात नदियों की गोद में बसा है खगड़ियाः सात नदियों से घिरा खगड़िया जिला विकास के मामलों में अभी भी दूसरे इलाकों से पीछे नजर आता है.यहां तक कि जिले के कई इलाकों में आधारभूत संरचनाओं का अभी भी अभाव है. खगड़िया लोकसभा क्षेत्र में कुल 6 विधानसभा सीट हैं जिनमें सोनबरसा सहरसा जिले में तो हसनपुर समस्तीपुर जिले में पड़ता है, बाकी अलौली, खगड़िया, बेलदौर और परबत्ता विधानसभा सीटें खगड़िया जिले में ही आती हैं. इन 6 विधानसभा सीटों में 4 पर महागठबंधन तो दो पर NDA का कब्जा है.
खगड़िया में जातिगत समीकरण :खगड़िया में मतदाताओं की कुल संख्या 18 लाख 24 हजार 990 है . जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 9 लाख 56 हजार 887 है जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 8 लाख 68 हजार 53 है. इसके अलावा थर्ड जेंडर के भी 50 वोटर्स हैं.जातिगत समीकरण की बात करें तो यहां सबसे ज्यादा संख्या यादवों की है जबकि दूसरे नंबर पर मुस्लिम और तीसरे नंबर पर मल्लाह जाति के मतदाता हैं. जाति का आंकड़ों को प्रतिशत में बांटें तो यहां ओबीसी-28 फीसदी, ईबीसी-35 फीसदी, एससी-19 फीसदी, मुस्लिम-10 फीसदी और सामान्य-8 फीसदी हैं.