कानपुर: जो लोग अक्सर रंग-बिरंगे वन्यजीवों का दीदार करने के लिए कानपुर जू जाते हैं, उनके लिए अच्छी खबर सामने आई है. बहुत जल्द जू में जहां काले हंस का जोड़ा पानी में तैरता दिखेगा, वहीं पक्षियों के बाड़ों में बैठकर पीले रंग के तोते लोगों को अपनी ओर आकर्षित करेंगे. दरअसल, विशाखापट्टनम जू से 24 नए वन्यजीव अब कानपुर जू में अपना बसेरा बनाएंगे. इसके लिए सेंट्रल जू अथॉरिटी ने अपनी अनुमति दे दी है.
वहीं, कई वन्यजीव ऐसे हैं, जिनका अब घर बदल जाएगा और वह कानपुर जू से विशाखापट्टनम जू पहुंच जाएंगे. कानपुर जू के प्रशासनिक अफसर नावेद इकराम ने बताया, वन्यजीवों की अदला-बदली की प्रक्रिया को लेकर सारी तैयारियां कर ली गई हैं. बहुत अधिक ठंड पड़ने से पहले ही नए वन्यजीव कानपुर जू आ जाएंगे.
कानपुर जू में आने वाले नए जानवरों के बारे में बताते प्रशासनिक अधिकारी नावेद इकराम. (Video Credit; ETV Bharat) 100 से अधिक प्रजातियों वाला यूपी का पहला जू बना कानपुर चिड़ियाघर: जू के प्रशासनिक अफसर नावेद इकराम ने बताया, कानपुर जू 100 से अधिक वन्यजीवों की प्रजातियों वाला यूपी का पहला चिड़ियाघर बन गया है. काला हंस व लुटिनो पैराकीट (पीले रंग का तोता) के कानपुर पहुंचते ही अब वन्यजीवों की प्रजातियों की संख्या 102 हो जाएगी. कानपुर जू में 1200 से अधिक वन्यजीव हैं, जिनमें शेर, तेंदुआ, बाघ, गैंडा, भालू, मगरमच्छ समेत कई अन्य विशालकाय वन्यजीव शामिल हैं.
भेड़िया और जंगली कुत्ता भी दिखेगा: विशाखापट्टनम जू से जो नए वन्यजीव आएंगे, उनमें भेड़िया और जंगली कुत्ता भी शामिल हैं. नर भेड़िया को जब यहां लाया जाएगा, तो जू में इनकी संख्या छह तक पहुंच जाएगी. वहीं, कानपुर जू में अधिक संख्या में बारहसिंघा होने के चलते इन्हें विशाखापट्टनम भेजा जाएगा. बारहसिंघा के साथ ही कछुए, सैंडबोआ समेत अन्य वन्यजीव भी विशाखापट्टनम भेजे जाएंगे.
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