कानपुर: जिस तरह फिल्म दृश्यम में अभिनेता अजय देवगन एक पुलिस कर्मी के बेटे का शव निर्माणाधीन पुलिस स्टेशन में दफना देता हैं, और उस शहर की पुलिस पूरे शहर में शव को तलाशती रहती है. पर उसे सफलता नहीं मिलती. ठीक उसी तर्ज पर कानपुर में एक जिम ट्रेनर ने महिला की हत्या करने के बाद शव को डीएम आवास कंपाउंड से कुछ दूरी पर बने ऑफीसर्स क्लब कंपाउंड के अंदर दफना दिया था. वह पिछले करीब चार माह से आराम से घूमता रहा. 4 महीने बाद फरार चल रहे आरोपी जिम ट्रेनर को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि उसने ही महिला की हत्या की थी. शनिवार देर रात कोतवाली पुलिस की टीम ने शक्करमिल खलवा कंपाउंड निवासी विमल सोनी को पकड़ा तो उसने कत्ल की पूरी कहानी बयां कर दी.
तीखी बहस के बाद गले पर मारा था घूंसा:आरोपी विमल सोनी पुलिस को बताया कि बीते 24 जून की सुबह करीब 6 बजे एकता गुप्ता जिम आई थी. कुछ देर जिम करने के बाद विमल और महिला के बीच एक मैसेज एक्सचेंज हुआ था. इसके बाद दोनों की मुलाकात जिम के बाहर पार्किंग में खड़ी गाड़ी में हुई थी. गाड़ी में मुलाकात के दौरान दोनों के बीच तीखी बहस हुई थी. एकता ने विमल से कहा कि तुम कई महिलाओं और मेरी दोस्त से भी बात करते हो. इन सभी बातों को लेकर उसने विरोध जताया था. इसके बाद आरोपी ने एकता की गर्दन पर जोर से घूंसा मार दिया था. जिससे एकता महिला अचेत हो गई थी और उनकी नाक से खून निकलने लगा था. एकता को खून से लथपथ देख विमल काफी डर गया था. इसके बाद आरोपी ने गाड़ी में मौजूद रस्सी और दुप्पट्टे से एकता का गला दबाया था और फिर बॉडी डिग्गी में रखकर सरसैया घाट की तरफ से होते हुए ऑफीसर्स कॉलोनी पहुंचा. पुलिस के मुताबिक आरोपी पहले से ही ऑफिसर्स कॉलोनी में स्थित एक क्लब में जिम ट्रेनर का काम करता था और उस क्लब में उसका आना-जाना भी था. जिसकी चाबी भी उसके पास रहती थी.उस चाबी के जरिए उसने मेन गेट खोला और फिर गाड़ी अंदर ले जाकर पहले गड्ढा खोदा फिर एकता की डेड बॉडी गड्ढे में डालकर दफना दिया.
दोबारा लौटकर डाली थी मिट्टी:अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था हरीश चन्दर बताया कि, आरोपी विमल की लोकेशन मरीकंपनी पुल के पास करीब 8.50 पर देखी गई थी. इस बीच विमल दोपहर में दोबारा फिर से अपनी कार से उस जगह पहुंचा था, जहां उसने एकता को दफनाया था. उसने फिर से महिला की बॉडी पर मिट्टी डाली थी. इस पूरे प्रकरण का सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को मिला है. बॉडी पर मिट्टी डालने के बाद आरोपी वहां से गंगा बैराज पहुंचा था. पुलिस का ऐसा मानना है कि शायद आरोपी सुसाइड करना चाहता था. फिर वहां से आकर एक बस स्टैंड की तरफ गया. उसका भी सीसीटीवी फुटेज पुलिस को मिला है, जहां पर विमल टिकट खरीदते हुए दिखाई दिया था और फिर वहां से भाग निकला था.
कई जगहों पर पुलिस की टीमों ने की छापेमारी:अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था हरीश चन्दर बताया कि तमाम साक्ष्यों के आधार पर पुलिस की टीमें आरोपी की तलाश में लगातार दबिश दे रही थीं. पुलिस टीमें दिल्ली, ग्वालियर, पंजाब समेत तमाम जगहों पर गईं, जहां पर पुलिस को मैन्युअल इनपुट मिला. बताया कि आरोपी विमल ने अपना फोन बंद कर दिया था, जिस वजह से उसकी एग्जैक्ट लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही थी. विमल का जब अपने परिवार के लोगों से संपर्क हुआ तब उसके माध्यम से पुलिस को जानकारी हुई जिसके आधार पर पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी की. विमल ने पुलिस को काफी समय तक गुमराह किया. जैसे डेड बॉडी को गंगा में फेंक दी है, इसके बाद पुलिस ने गंगा में भी सर्च अभियान चलाया. हालांकि पुलिस को मिले इनपुट और सीसीटीवी साक्ष्यों के आधार पर ऐसा लगा कि जो क्राइम सीन आरोपी बता रहा है, वहां पर इतनी देर में पहुंचना संभव ही नहीं है. काफी सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी ने बताया कि उसने ऑफीसर्स क्लब कंपाउंड में लगे पेड़ पौधों के नीचे बॉडी को दफना दिया है.
पति ने की शव की शिनाख्त:हरीश चन्दर ने बताया कि इसके बाद परिवारजनों की उपस्थिति में पुलिस ने लगभग 8-10 फीट गहरे गड्ढे से बॉडी को रिकवर किया. कपड़ों के आधार पर ही परिजनों ने शव की शिनाख्त की. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद ही मृत्यु की सही जानकारी मिल सकेगी. फिलहाल इस मामले में पुलिस ने आरोपी विमल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पूरा प्रयास है कि इस मामले में जल्द से जल्द चार्जशीट लगाकर फास्ट्रैक कोर्ट में आरोपी को सजा दिलाएं. वहीं पुलिस ने एक अहम फैसला लिया है. अब सभी जिम ट्रेनर का वेरिफिकेशन किया जाएगा.
जहां पर मिला शव, वहां जज और प्रशासनिक अफसरों के आवास:इस पूरे मामले पर हैरान कर देने वाली बात यह है, कि जहां पर पुलिस को शव मिला वहां आसपास प्रशासनिक अफसरों, जजों के आवास हैं. सभी आवासों के बाहर न्यूनतम एक सुरक्षाकर्मी तो रहता ही है. परिसर में सीसीटीवी कैमरे तक लगे हैं. आमजन की हिम्मत नहीं, कि उस गलियारे में पहुंच जाएं. फिर, एक जिम ट्रेनर वहां कार से पहुंचता है और महिला के शव को पांच घंटे तक गड्ढा खोदकर दफना देता है और वापस लौटता है. लेकिन, उसे किसी ने नहीं देखा. ऐसे में अब इन आवासों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी कई सवाल खड़े हो गए हैं.
इसे भी पढ़े-बरेली में 4 साल की बच्ची की हत्या, चाची के घर बोरे में मिली लाश, 8 घंटे से तलाश रहा था परिवार
जानिए पूरा मामला क्या था: दरअसल, कानपुर के ग्रीनपार्क स्टेडियम में शक्करमिल खलवा कंपाउंड निवासी विमल सोनी जिम ट्रेनर था. यहां कोतवाली थाना क्षेत्र निवासी दो बच्चों की मां एकता जिम करने जाती थी. जिम में ही विमल और एकता में बातचीत शुरु हुई थी. करीब चार माह पहले 24 जून को जिम से बाहर आते वक्त अचानक ही एकता गायब हो गई थी, तो प्राइवेट नौकरी करने वाले पति ने कोतवाली में महिला की गुमशुदगी को लेकर एफआईआर दर्ज कराई थी. इस मामले में कोतवाली पुलिस की ओर से जांच जारी थी. हालांकि, चार माह तक पुलिस को आरोपी नहीं मिला.