जयपुर :छोटी काशी रविवार को आस्था और श्रद्धा से सराबोर होगी. श्रावण शुक्ल पक्ष की छठ को कल्याण धणी की 59वीं लक्खी पदयात्रा रवाना होगी. इस पदयात्रा में भक्त चौड़ा रास्ता के ताड़केश्वर महादेव मंदिर से रवाना होंगे. बैंड बाजे के साथ हाथी पर पचरंगे ध्वज के पीछे-पीछे हजारों श्रद्धालु 24 कोस की यात्रा पूरी कर कल्याण धणी के दरबार में पहुंचेंगे. इससे पहले शहर में पदयात्रा मार्ग पर रोड रिपेयर और चौक सीवर को दुरुस्त किया गया. ताकि किसी भी श्रद्धालु को परेशानी का सामना न करना पड़े.
'बाजै छै नौबत बाजा म्हारा डिग्गीपुरी का राजा' जैसे भजनों की स्वर लहरियां और जुबां पर कल्याण धणी के जयकारे के साथ डिग्गी कल्याण धणी की पदयात्रा निकलेगी. ये पदयात्रा जयपुर के चौड़ा रास्ता स्थित ताड़केश्वर मंदिर से रवाना होगी. इस लक्खी पदयात्रा में हर साल की तरह ही इस बार भी पदयात्रियों के आस्था का सैलाब शहर की सड़कों पर देखने को मिलेगा. श्री कल्याण डिग्गीपुरी पदयात्रा संघ के तत्वावधान में ये पदयात्रा 72 किलोमीटर दूर टोंक स्थित डिग्गी कल्याण मंदिर पहुंचेगी.
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यात्रा में ग्रामीण और शहरी श्रद्धालु मदरामपुरा, हरसूलिया, फागी और चोसला होकर पांच दिन बाद निज धाम डिग्गी पहुंचेंगे. इस दौरान जगह-जगह पदयात्रियों की ओर से भजन, कीर्तन और सत्संग के कार्यक्रम आयोजित होंगे. वहीं पदयात्रा मार्ग में जगह-जगह श्रद्धालु स्टॉल्स लगाकर पदयात्रियों की सेवा में जुटेंगे.
लक्खी पदयात्रा संयोजक श्रीजी शर्मा ने बताया कि राजपरिवार की जनानी ड्योढ़ी में खबर नवीस के पद पर कार्यरत चौड़ा रास्ता निवासी रामेश्वरलाल शर्मा के कोई संतान नहीं थी. उन्होंने अपनी बहन के बेटे को गोद लिया, लेकिन उनका भी कोई पुत्र नहीं हुआ. तब उन्होंने कल्याण धनी से पौत्र की मन्नत मांगी. कई साल बाद मन्नत पूरी हुई तो उन्होंने 1965 में जयपुर से डिग्गीपुरी तक 24 कोस की पदयात्रा शुरू की.