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फर्रुखाबाद का मिनी कुंभ मेला राम नगरिया, संतों ने दी ये चेतावनी - FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद में मेला रामनगरिया की अव्यवस्थाओं को लेकर संत नाराज.

फर्रुखाबाद के रामनगरिया में कल्पवासी
फर्रुखाबाद के रामनगरिया में कल्पवासी (Photo Credit; ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 4, 2025, 8:09 AM IST

फर्रुखाबाद: जिले में पांचालघाट स्थित मेला रामनगरिया में कल्पवासी पहुंच रहे हैं. यहां भक्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है. अभी तक बिजली व्यवस्था न होने से कल्पवासी अंधेरे में रात गुजारने के लिए मजबूर हैं. शौचालय शुरू न होने और हैंडपंप की भी दिक्कतें हैं.

वहीं, श्री पंच दसनाम अग्नि अखाड़ा प्रमुख शिव स्वरूप बच्चा स्वामी के नेतृत्व में शुक्रवार बड़ी संख्या में संतो ने एकत्र होकर की बैठक की. मेला रामनगरिया में पानी, बिजली, शौचालय जैसी मूलभूत सुविधा दुरुस्त नहीं होने पर अनशन की चेतावनी दी. एक ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम भी भेजने की बात महंत ने कही.

फर्रुखाबाद के रामनगरिया में पहुंच रहे हैं कल्पवासी (Video Credit; ETV Bharat)



महंत शिव स्वरूप बच्चा स्वामी ने बताया कि गंगा तट पर मेला रामनगरिया का 13 जनवरी को शुभारंभ होगा. मेला क्षेत्र में कल्पवासियों की संख्या लगातार बढ़ रही है लेकिन मेला प्रशासन की सभी व्यवस्थाएं अधूरी हैं. इन दिनों कड़ाके की ठंड में गंगा भक्त अपनी राउटी लगा रहे हैं. दूसरी ओर साधु-संत भी अपना क्षेत्र घेरकर राउटी लगाने में जुटे हैं.


उन्होंने कहा कि व्यवस्थाओं पर नजर डालें तो 10 दिन ही शेष रहने के बावजूद मेला क्षेत्र में अभी तक बिजली का भी इंतजाम नहीं हो सका. इससे कल्पवासी व संत अंधेरे में रात गुजार रहे हैं. बिजली की लाइनें डालने का काम चल रहा है. करीब 1500 शौचालयों का निर्माण होना है, इनमें अभी तक एक भी शौचालय तैयार नहीं किया जा सका है. पेयजल के हैंडपंप लगाने का काम भी कछुआ गति से चल रहा है.




बिना टेंडर आया टेंट का सामान:मेला रामनगरिया की व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के लिए अभी तक टेंट, मनोरंजन, वाहन स्टैंड का ठेका नहीं हो सका है. जिलाधिकारी ने गुरुवार को दोबारा टेंडर कराने के निर्देश दिए. टेंट का ठेका न होने से मेले में साधु-संतों के क्षेत्र नहीं बन पा रहे हैं.

वहीं, जिलाधिकारी डॉक्टर वीके.सिंह की ओर से मेला क्षेत्र में बनाये गए अस्थाई शौचालय की नियमित सफाई सुनिश्चित करने और पूरे क्षेत्र को स्वच्छ बनाए रखने की हिदायत दी गई है. मेला की व्यवस्थाओं के संबंध में विभिन्न समितियां को जरूरी दिशा निर्देश दिए गए. मेले में स्वच्छता सुरक्षा और संस्कृत कार्यक्रमों पर विशेष जोर दिया गया है.


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