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प्रश्न पत्र लीक विवाद: जेएसएससी अध्यक्ष नीरज सिन्हा ने किया रिजाइन, जानिए इस्तीफा में क्या लिखा है - नीरज सिन्हा का इस्तीफा

JSSC Chairman Neeraj Sinha resigned. प्रश्न पत्र लीक विवाद के बीच जेएसएससी के जेयरमैन नीरज सिन्हा ने इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने इस्तीफा में निजी कारणों का हवाला दिया है.

JSSC Chairman Neeraj Sinha resigned
JSSC Chairman Neeraj Sinha resigned

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Feb 21, 2024, 6:37 PM IST

Updated : Feb 21, 2024, 7:13 PM IST

रांची: सीजीएल परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले में उठे विवाद के बीच झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष नीरज सिन्हा ने इस्तीफा दे दिया है. नीरज सिन्हा का त्याग पत्र उस वक्त आया है जब सीजीएल परीक्षा प्रश्न लीक की जांच एसआईटी कर रही है और इस मामले में विधानसभा के उपसचिव सहित तीन की गिरफ्तारी भी हो चूकी है. मुख्य सचिव को लिखे पत्र में नीरज सिन्हा ने त्याग पत्र को व्यक्तिगत कारण बताया है. नीरज सिन्हा के त्याग पत्र की आधिकारिक पुष्टि मुख्य सचिव कार्यालय ने किया है. इधर इस संबंध में नीरज सिन्हा से फोन पर ईटीवी भारत द्वारा कारण जानने की कोशिश कई बार की गई मगर वो फोन नहीं उठा.

नीरज सिन्हा के इस्तीफए की कॉपी
सीजीएल प्रश्न पत्र लीक मामले में विवाद में आए थे नीरज सिन्हा

28 जनवरी को सीजीएल परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र लीक होने के बाद सरकार के द्वारा एसआईटी गठित कर इसकी जांच कराने के आदेश दिए गए थे. प्रश्न पत्र लीक होने के बाद एक तरफ जहां छात्र आंदोलनरत हैं और इसकी जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रहे हैं वहीं दूसरी और विपक्ष के द्वारा लगातार झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष नीरज सिंहा पर कांड दर्ज कर उन पर कार्रवाई करने की मांग की जा रही थी.

राज्य के डीजीपी से सेवानिवृत होने के बाद नीरज सिन्हा को सुधीर त्रिपाठी के कार्यकाल समाप्त होने के बाद 23 सितंबर से झारखंड कर्मचारी चयन आयोग का अध्यक्ष बनाया गया था. अपने कार्यकाल के कुछ ही महीनों के बाद स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित करने की तैयारी में जुटे नीरज सिन्हा का सामना सबसे पहले परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसी से हुई विवाद बढ़ी और उसके बाद परीक्षा को टालना पड़ा. इस संबंध में मुख्य सचिव को एजेंसी के विरुद्ध आयोग के द्वारा पत्र लिखा गया लेकिन कुछ दिनों के बाद एक बार फिर इस एजेंसी के माध्यम से स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया गया.

28 जनवरी को जैसे ही यह परीक्षा राज्य के विभिन्न जिलों में आयोजित किया गए उस दौरान तीसरी पाली की परीक्षा के प्रश्न पत्र वायरल हो गया और अंततः परीक्षा को रद्द करनी पड़ी. प्रश्न पत्र लीक होने के बाद छात्रों का आंदोलन आयोग कार्यालय के सामने देखने को मिला. जिसका शिकार आयोग के अध्यक्ष की गाड़ी भी हुई और इस दौरान नाराज छात्रों ने जमकर तोड़फोड़ भी की. सीबीआई जांच की मांग कर रहे छात्रों के आंदोलन के बीच राज्य सरकार ने एसआईटी गठित कर इस पूरे प्रकरण को उदभेदन करने में जुटी है. ऐसे में आयोग के अध्यक्ष के रूप में नीरज सिंहा का इस्तीफा देना बड़ी बात है.

Last Updated : Feb 21, 2024, 7:13 PM IST

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