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पैरोल पर आकर फरार हुआ हत्या का आरोपी बना तस्कर, छह साल बाद नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार - parole absconder arrested - PAROLE ABSCONDER ARRESTED

जोधपुर रेंज पुलिस की साइक्लोनर टीम ने पैरोल से फरार एक आरोपी को बिहार के रक्सौल से गिरफ्तार किया है. हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा के दौरान पैरोल पर बाहर आने के बाद फरार हो गया था.

पैरोल से फरार हत्या का आरोपी गिरफ्तार
पैरोल से फरार हत्या का आरोपी गिरफ्तार (ETV Bharat Jodhpur)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Sep 23, 2024, 7:59 PM IST

जोधपुर : रेंज आईजी कार्यालय की साइक्लोनर टीम ने पैरोल पर फरार आरोपी के पकड़ने में सफलता हासिल की है. बाड़मेर जिले के गुड़ामलानी थाना क्षेत्र में एक हत्या के मामले में पैरोल पर बाहर आकर फरार हुए आरोपी वीरमाराम जाट को 6 साल बाद नेपाल बॉर्डर के पास बिहार जिले के रक्सौल से गिरफ्तार किया गया है. इन छह सालों में आरोपी झारखंड से पश्चिमी राजस्थान तक पहुंचने वाले मादक पदार्थों की तस्करी का मुखिया बन गया. उसके खिलाफ बाड़मेर जिले में कई मामले भी फरारी के दौरान दर्ज हुए हैं. वीरमाराम पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था.

आईजी ने बताया कि आरोपी वीरमाराम की जानकारी मिलने के बाद एक टीम यहां से उसके पीछे लगी थी. समस्तीपुर के एक होटल में आरोपी नाम बदलकर रुका हुआ था. इसके बाद आरोपी नेपाल घूमने चला गया. बाद में वापस आकर जब रक्सौल में एक होटल में रुका, जहां से पुलिस की टीम ने उसे पकड़ा. इसके बाद वीराराम को कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट वारंट के साथ जोधपुर लेकर पहुंची है.

आरोपी को पुलिस की टीम ने रक्सौल से किया गिरफ्तार (ETV Bharat Jodhpur)

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प्रेमिका के साथ मिलकर की थी पति की हत्या :आरोपी वीरमाराम ने अपनी नाबालिग प्रेमिका के साथ मिलकर उसके पति धर्माराम की हत्या 2010 में की थी, जिसके आरोप में दोनों को पुलिस ने पकड़ा था. मामले में वीरमाराम को आजीवन कारावास की सजा हुई थी. 2018 में उसे पैरोल मिली, लेकिन वो वापस नहीं गया. वहां से भाग कर झारखंड आ गया और यहां अफीम की तस्करी में लग गया.

एप्लीकेशन से करता था बात : वीरमाराम इतना शातिर हो गया कि उसने अपने नाम से कोई फोन नहीं लिया. वह ऑनलाइन एप्लीकेशन से ही घरवाले या पश्चिम राजस्थान के तस्करों के संपर्क में रहता था. अगर कभी कोई सिम का इस्तेमाल करता तो उसे तुरंत बात करने के बाद तोड़कर फेंक देता था. पुलिस लगातार उसकी तकनीकी पड़ताल कर रही थी. उसने अपने घर वालों को ऑनलाइन रूपए भेजने जारी रखे. हालांकि, पैसे वह सीधे नहीं भेजता था, बल्कि किसी अन्य को भेजता, वहां से उसके घरवालों को ट्रांसफर होते थे. पुलिस ने इसकी कड़ियां जोड़ी और इनामी बदमाश वीरमाराम को पकड़ा.

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