रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा ने सूरत में भाजपा उम्मीदवार के निर्विरोध निर्वाचन को लोकतंत्र के लिए काला अध्याय करार दिया है. केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि आजादी के बाद से अब तक लगभग 30 बार निर्विरोध निर्वाचन हुआ है, लेकिन कभी इस पर अंगुली नहीं उठी. जेएमएम केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्या ने पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर कहा कि चंडीगढ़ वोट स्कैम की तरह ही सूरत में वोट स्कैम किया गया, जो दुर्भाग्यपूर्ण है.
सूरत के 18 लाख लोगों का अधिकार छीना गया-झामुमो
झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टचार्या ने कहा कि लोकतंत्र के महापर्व में सूरत की महान जनता को भागीदार बनने से रोकने के लिए साजिश रची गई. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि सूरत में एक ओर जहां कांग्रेस के उम्मीदवार के नामांकन को रद्द किया गया, वहीं बाकी सबने एक साथ नाम वापस ले लिया. उन्होंने कहा कि पहले भी निर्विरोध निर्वाचन हुए हैं, पर कभी किसी पर अंगुली नहीं उठी. अब ऐसा लगता है कि देश में चुनाव आयोग नाम की कोई चीज नहीं बची है. झामुमो नेता ने कहा कि चंडीगढ़ के बाद ये स्पष्ट संकेत है कि सूरत में गुजरात के मुख्यमंत्री और वहां के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने यह खेल खेला और लोकतंत्र मजाक बनकर रह गया.
प्रस्तावक का हस्ताक्षर नहीं रखता मायनेः झामुमो
सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि निर्वाचन आयोग के रूल्स के अनुसार अगर मतदाता सूची में क्रम संख्या और भाग्य संख्या अगर सही है तो प्रस्तावक का हस्ताक्षर मायने नहीं रखता. झामुमो नेता ने कहा कि गुजरात में क्राइम ब्रांच ने तीन लोगों को जबरन उठाया जाना,फिर एक एफिडेफिट को सामने रख कर नामांकन को रद्द कर दिया गया. बीएसपी का उम्मीदवार अपने फार्म हाउस में थे, उनको वहां से उठाया गया.
धर्म और जाति सूचक शब्दों का खुलेआम हो रहा इस्तेमाल
क्षत्रिय समाज के लोग व्यथित हैं. उन्होंने देश के लिए कुर्बानी दी है. अब धर्म और जाति सूचक शब्दों का खुलेआम इस्तेमाल किया जा रहा है. ये झारखंड में नहीं चलेगा. सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि सूरत की घटना एक बानगी है आगे ये लोग चुनाव जीत गए तो दोबारा कभी चुनाव नहीं होने देंगे.
खूंटी में भाजपा ने अपनी पराजय स्वीकार के ली है-सुप्रियो