रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा ने राज्य के आदिवासियों से जुड़े सबसे बड़े मुद्दे "सरना धर्म कोड" को आगे कर राज्य में भाजपा के साथ साथ चंपाई सोरेन को घेरने की पूरी रणनीति तैयार कर ली है. इसी रणनीति के तहत झामुमो के केंद्रीय कैंप कार्यालय में पार्टी के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने संवाददाता सम्मेलन कर कई बातें कही हैं.
झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि अगले सप्ताह से देश की तीन बड़ी हस्तियों राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह झारखंड दौरे पर आ रहे हैं. ऐसे में अक्सर झामुमो के कोर एजेंडे में से एक अलग सरना धर्म कोड को हर वक्त प्रमुखता से उठाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन से गुजारिश है कि वह सरना धर्म कोड की मांग मान लेने की बात पीएम मोदी से कहलवाएं.
'सरना धर्म कोड पर पीएम की चुप्पी तुड़वाएंगे चंपाई सोरेन, इसकी जनता को उम्मीद'
जेएमएम नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि यह तो जोर-शोर से भाजपा के नेता प्रचारित करा रहे हैं कि पीएम आ रहे हैं. वे 21 सौ करोड़ का सौगात झारखंड को देंगे, वंदे भारत ट्रेन की सौगात देंगे. लेकिन झारखंड के आदिवासियों की अलग सरना धर्म कोड की मांग पर सब चुप हैं. राज्य सरकार के केंद्र पर एक लाख 36 हजार करोड़ का बकाया का भुगतान कब करेंगे, इस पर भाजपा नेताओं की चुप्पी है. ऐसे में झामुमो और राज्य की जनता को उम्मीद है कि चंपाई सोरेन झामुमो की जिन नीतियों को हमेशा आगे बढ़ाते रहे, वह काम 15 सितंबर को पीएम मोदी के मंच से भी करेंगे.
झामुमो नेता ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ऐसे समय में झारखंड आ रहे हैं. जब राज्य के युवा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और पूरी सरकार जनता की समस्याओं का निदान करने उनके घर तक पहुंच रही है. ऐसे में अब जब झामुमो की नीतियों के अगुआ नेता रहे चंपाई सोरेन भाजपा में हैं तो वह सरना धर्म कोड लागू करवा दें और झारखंड के बकाया राशि दिलवा दें.
'झारखंड में साम्प्रदायिक जहर फैलाने की कोशिश नाकाम होगी'