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पीएम केयर फंड और इलेक्टोरल बॉन्ड पर झामुमो ने मांगा बीजेपी से हिसाब, नेता प्रतिपक्ष ना चुन पाने पर भी किया तंज - JMM ON PM CARE FUND

झामुमो पर बीजेपी ने जब घोटाले के आरोप लगाए तो सत्ताधारी पार्टी ने पीएम केयर्स फंड और इलेक्टोरल बांड का हिसाब मांगा है.

PM Care Fund and Electoral Bond
झामुमो प्रवक्ता (ईटीवी भारत)

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jan 22, 2025, 8:30 PM IST

रांची: कोरोना काल के समय झारखंड में आपदा प्रबंधन विभाग से खर्च के लिए स्वास्थ्य विभाग, गृह विभाग, पुलिस, समाज कल्याण, कृषि विभाग को राशि दी गयी थी. अब आपदा विभाग की ओर से उस दौर में खर्च की गई राशि और मिलान किया जा रहा है. इसमें स्वास्थ्य सहित कई विभागों को मिली राशि और खर्च हुई राशि का मिलान नहीं हो पा रहा है. ऐसे में भाजपा ने इसे हेमंत सरकार द्वारा आपदा में अवसर तलाशते हुए बड़े घपले का आरोप सत्ताधारी दलों के नेताओं पर लगाया है. तो इसका जवाब झामुमो की ओर से आया है.

झामुमो प्रवक्ता का बयान (ईटीवी भारत)

झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि हमारी ही सरकार के एक विभाग ने कोरोना काल में हुए खर्च का मिलान करने का फैसला लिया. हेमंत सोरेन की सरकार पूरी पारदर्शिता के साथ एक एक पैसे का हिसाब देगी. लेकिन उसी समय में केंद्र की मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री राहत कोष के होते हुए पीएम केयर फंड के नाम से नया ट्रस्ट बनाया था. इसे ऑडिट के प्रावधानों से अलग रखा गया है. पीएम केयर फंड में कितनी राशि मिली और उसका खर्च कहां कहां हुआ, इसका हिसाब भाजपा के सांसदों को संसद में पीएम नरेंद्र मोदी से मांगना चाहिए.

कोरोना काल में जीवन और जीविका दोनों बचाना था जरूरी

झामुमो के केंद्रीय कैंप कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि उनकी ही सरकार के एक विभाग ने अन्य विभागों को कोरोना काल में दी गयी राशि और खर्च का मिलान करने का फैसला किया. सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि कुछ विभागों द्वारा खर्च राशि और उन्हें दी गयी राशि का मिलान नहीं हो रहा है, यह स्वाभाविक भी है क्योंकि कोरोना काल में जो मंजर लोगों ने देखा उस समय जीवन और जीविका दोनों बचाने की जिम्मेदारी सरकार पर थी.

झामुमो नेता ने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार अपने आर्थिक पारदर्शिता के लिए जानी जाती है. मिली राशि और खर्च का मिलान जल्द हो जाएगा और एक एक रुपये का हिसाब सभी विभाग देंगे. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा की सरकार को यह बताना चाहिए कि पीएम केयर फंड में कितनी राशि आई और कहां-कहां खर्च हुए. पीएम आपदा कोष पहले से मौजूद रहने के बावजूद पीएम केयर फंड क्यों बनाया गया और उसे कैग के दायरे से क्यों बाहर रखा गया.

इलेक्टोरल बांड और वैक्सीन में घोटाले का क्या हुआ

झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि इलेक्टोरल बॉड में भी बीजेपी का घोटाला सामने आया, कोरोना के नाम पर वैक्सीन निर्माण में सबसे बड़ा भ्रष्टाचार हुआ, उसका पैसा भी इलेक्ट्रॉल बॉन्ड में भी गया और सीरम इंस्टीट्यूट देश छोड़ कर भाग गया. भाजपा के जो भी सांसद संसद में हैं उन्हें इन सब मुद्दों को उठाना चाहिए. पीएम केयर फंड का ब्यौरा कब जारी होगा? आज तक पेट्रोलियम प्रोडक्ट पर कोरोना का सेस लग रहा वो पैसा कहां खर्च हो रहा यह भी बीजेपी को बताना होगा.

झामुमो नेता ने कहा कि राज्य में मोमेंटम झारखंड का खर्च को हम ढूंढ रहे हैं. बहुत जल्द सबसे सामने यह आ जायेगा. व्यंग्यात्मक लहजे में सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि विधानसभा में अपना नेता तक नहीं ढूंढ पा रही भाजपा को पीएम केयर का मुद्दा उठाना चाहिए. सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश और विधानसभा में दो-दो पूर्व सीएम होने के बावजूद अब तक नेता विधायक दल नहीं चुनने वाली पार्टी भाजपा को बजट सत्र से पहले अपना नेता खोजना चाहिए. लोगों के बीच गलत बयानी करने का अब कोई फायदा नहीं है और जनता उनकी सभी चालें समझ गयी है. जेएमएम नेता ने कहा कि सीजीएल का भी खुलासा करेंगे कि किस तरह बीजेपी ने यहां के युवाओं के साथ छल किया जिसका नुकसान राज्य के मेधावी युवाओं को उठाना पड़ा.

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