रांची: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को दिल्ली में इंडिया ब्लॉक की बैठक बुलाई है. झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से मुख्यमंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता चंपाई सोरेन, पार्टी के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य और स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन दिल्ली गए हैं. इस बैठक में भाग लेने के लिए कल्पना सोरेन के दिल्ली जाने पर भाजपा की झारखंड इकाई ने सवाल उठाए हैं. वहीं कांग्रेस और झामुमो उनके बचाव में उतर आई है.
कल्पना सोरेन किस हैसियत से बैठक में शामिल हो रहीं- प्रदीप सिन्हा
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन पर दबाव बनाए रखने के लिए कल्पना सोरेन इंडिया ब्लॉक की बैठक में भी मौजूद हैं. चंपाई सोरेन सत्ताधारी गठबंधन विधायक दल के नेता हैं, झामुमो के केंद्रीय उपाध्यक्ष हैं और मुख्यमंत्री भी हैं. ऐसे में उनका इंडिया ब्लॉक की बैठक में शामिल होने की बात समझ में आती है. आगे उन्होंने कहा कि कल्पना सोरेन न तो पार्टी में किसी पद पर हैं और न ही जनप्रतिनिधि हैं. ऐसे में किस हैसियत से वह इंडिया ब्लॉक की बैठक में शामिल हो रही हैं, यह बड़ा सवाल है.
भाजपा नेता प्रदीप सिन्हा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री पर दवाब बढ़ता जा रहा है और सोरेन परिवार किसी भी बड़े मामले में मुख्यमंत्री को अकेला नहीं छोड़ना चाहता है. यही वजह है कि पार्टी में किसी पद पर नहीं होने के बावजूद कल्पना सोरेन का हस्तक्षेप बढ़ता जा रहा है. प्रदीप सिन्हा ने कहा कि झामुमो को यह बताना चाहिये कि क्या चंपाई सोरेन को सिर्फ चार- पांच महीने के लिए सीएम बनाया गया है. भाजपा नेता में कहा कि जिस तरह ममता बनर्जी ने इस बैठक में शामिल होने से इनकार किया, उससे साफ है कि इंडिया ब्लॉक को बिखरने में वक्त नहीं लगेगा.