जामताड़ा:जामताड़ा वेब सीरिज फेम प्रदीप मंडल समेत उनके परिवार के पांच सदस्यों को पीएमएलए की विशेष अदालत ने पांच-पांच साल की जेल और ढाई लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. इनमें गणेश मंडल, प्रदीप मंडल, संतोष मंडल, पिंटू मंडल और अंकुश मंडल के नाम शामिल हैं. मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 20 जुलाई को स्पेशल कोर्ट ने सभी को दोषी ठहराते हुए फैसला सुरक्षित रख लिया था. बताया जाता है कि 'प्रदीप मंडल' ही वो शख्स है, जिसकी वजह से पूरे देश में जामताड़ा जिला बदनाम हुआ. यह एक ऐसा जिला है, जहां देश के ज्यादातर राज्यों की पुलिस साइबर क्राइम जांच के सिलसिले में पहुंच चुकी है.
साइबर अपराधी की क्राइम कहानी
जब लोग साइबर क्राइम शब्द को ठीक से जानते भी नहीं थे, तब यह शख्स नारायणपुर थाना क्षेत्र के मिरगा गांव के खेत-खलिहानों में बैठकर लोगों के बैंक खातों से पैसे उड़ाया करता था. इस खेल में उनका पूरा परिवार शामिल थे. कभी बैंक मैनेजर बनकर तो कभी किसी कंपनी का अधिकारी बनकर. ये लोग सभी भोले-भाले लोगों को गुमराह कर बैंक के खातों से पैसे उड़ा लिया करते थे. कभी पुरस्कार के नाम पर तो कभी एटीएम कार्ड ब्लॉक होने के नाम पर. देखते ही देखते जामताड़ा के कई युवा इस अपराध में शामिल होते चले गए. साइबर क्राइम कनेक्शन की वजह से जामताड़ा जिला इस कदर चर्चा में आया कि इस नाम से वेब सीरिज बन गई, जो खूब पोपुलर हुई. उनके अपराध की कब्र तब तैयार हो गई थी जब ईडी ने इस केस को टेक ओवर कर जांच शुरू की थी. ट्रायल के दौरान ईडी ने 24 गवाह पेश किए थे.