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जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार के आरोप, टंकी में सीपेज आने के बावजूद किया ठेकेदार को भुगतान - JAL JEEVAN MISSION

बालोद जिले के ग्राम घुमका में जल जीवन मिशन में भ्रष्ट्राचार को आरोप गांववाले लगा रहे हैं.

corruption in Jal Jeevan Mission
जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार (ETV Bharat)

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Dec 31, 2024, 7:34 PM IST

बालोद :बालोद जिले के ग्राम घुमका में जल जीवन मिशन में भ्रष्ट्राचार के आरोप लग रहे हैं. यहां पर जल जीवन मिशन के तहत बनाए गए टंकी से पानी का लीकेज शुरू हो गया है. महज दो साल में यहां दो बार रिपेयरिंग हो चुका है, लेकिन पानी का लीकेज रुका नहीं. बावजूद इसके ठेकेदार को भुगतान करने के आरोप विभागीय जिम्मेदारों पर लग रहे हैं. इस वजह से अब यह प्रोजेक्ट सवालों के घेरे में है.

गांव में नहीं रहते सरपंच, ग्रामीण परेशान : घुमका गांव में टंकी निर्माण को लेकर काफी असंतोष है. मीडिया की टीम भी घुमका गांव पहुंची, जहां स्पष्ट दिख रहा है कि किस तरह टंकी में सीपेज है. लेकिन यह समझ से परे है कि क्यों टंकी में खामियां होने के बावजूद भी विभाग ने ठेकेदार को भुगतान किया है. यह भी पता चला कि सरपंच गांव से बाहर रहते हैं, जिसकी वजह से समय पर लोगों का काम भी नहीं हो पाता है. सरपंच के पति से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी गुरुर में रह रही हैं और विकासखंड चिकित्सा कार्यालय में नौकरी करती हैं.

जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार के आरोप (ETV Bharat)

पंच सरपंच सभी को समस्या से अवगत करा दिया गया है, लेकिन कोई भी ध्यान नहीं दे रहे हैं. यहां पर जब भी कोई बात होती है तो उन्हें नेतृत्व की तलाश होती है. लेकिन सरपंच ज्यादातर गांव में रहते ही नहीं हैं : स्थानीय ग्रामीण

एसडीओ ने सुधार कराने दिया भरोसा :पीएचई विभाग के सब डिविजनल ऑफिसर सुरेश वर्मा ने बताया कि ठेकेदार का भुगतान रुका हुआ है. अभी तो 10 फीसदी राशि उसका जमा है. उन्होंने जल्द से जल्द सुधार कार्य पूरा करने की बात कही है. वहीं एसडीओ सुरेश वर्मा ने बताया कि यह वीडियो पुराना है. जबकि ग्राम घुमका के ही प्रेम साहू ने मीडिया को बताया कि यह वीडियो आज का ही है.

अब ग्रामीणों को पेयजल की चिंता सता रही है. पानी टंकी में जब दरार अंदर तक पहुंच गई है तो रिपेयरिंग से क्या उसे नियंत्रण किया जा सकेगा, यह भी एक बड़ा सवाल है. अब देखना होगा कि आने वाले समय में आखिर कब गांववालों को पेयजल की इस समस्या से निजात मिलेगा.

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