शिमला:हिमाचल में तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफा मामले को लेकर अब नया मोड़ आ गया है. प्रदेश सरकार में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने तीनों निर्दलीय विधायक देहरा से होशियार सिंह, नालागढ़ से केएल ठाकुर और हमीरपुर से आशीष शर्मा के खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष के पास याचिका दायर की है. जिसमें तीनों विधायकों पर दल बदल कानून में नियमों के तहत पद से निष्कासित करने की मांग की गई है.
जगत सिंह नेगी ने कहा, "विधानसभा अध्यक्ष ने तीनों विधायकों का इस्तीफा मंजूर नहीं किया है. इस मामले को लेकर अभी जांच जारी है, लेकिन इस बीच तीनों निर्दलीय विधायकों ने रिजाइन स्वीकार न होने पर भी भाजपा का दामन थाम लिया है, जो दलबदल कानून के दायरे में आता है. ऐसे में दलबदल कानून नियम के अंतर्गत तीनों निर्दलीय विधायकों को पद से निष्कासित करने की मांग की गई है. ये मामला अब विधानसभा अध्यक्ष के पास विचाराधीन है".
'बागी नहीं दागी हैं भाजपा में शामिल कांग्रेस विधायक':जगत सिंह नेगी ने कहा कि हिमाचल में पिछले दिनों विधानसभा बजट सत्र के दौरान भारी उथल पुथल हो गई थी. भाजपा ने एक षड्यंत्र के तहत ईडी और धनबल के प्रयोग से बहुमत वाली कांग्रेस सरकार को गिराने का असफल प्रयास किया था. इसमें 6 कांग्रेस विधायक थे, जो दल बदल कानून और पार्टी विहिप न मानने के कारण विधानसभा सदस्यता से निष्कासित किए गए थे, जो अब बागी नहीं दागी हो गए हैं.
'भाजपा ने निर्दलीय विधायकों को अपने लपेटे में लिया': जगत सिंह नेगी ने कहा कि इसी तरह से भाजपा ने तीन निर्दलीय विधायकों को अपने लपेटे में ले लिया. ऐसे में इलेक्शन में जाने के चक्कर में इन निर्दलीय विधायकों ने भाजपा का चोला तो पहन लिया, लेकिन विधायकों ने जो उम्मीद पाल रखी थी, उसमें वे सफल नहीं हुए हैं. ये इसलिए कि तीनों निर्दलीय विधायकों ने स्वेच्छा से रिजाइन नहीं किया था.