जबलपुर: पश्चिम मध्य रेलवे ने बीते 8 महीने 77 करोड़ रुपए यात्रियों से जुर्माना वसूला है. बताया गया कि इस 8 महीने में 12 लाख से अधिक ऐसे मामले आए, जिनमें लोगों के पास सही टिकट नहीं थे. भारी जुर्माने के बावजूद भी बिना टिकट यात्रा करने वालों की संख्या कम नहीं हो रही है. केवल जबलपुर में बीते 8 महीने में 26 हजार प्रकरण बनाए गए हैं. इन सभी मामलों में ज्यादातर लोग बिना टिकट यात्रा करते हुए पकड़े गए, जिनसे जबलपुर रेल मंडल ने 1 करोड़ 40 लाख रुपए की जुर्माना राशि वसूली है.
अन्य मामले मिलाकर जबलपुर रेल मंडल ने वसूले 33 करोड़
इस मामले में बताया गया कि जबलपुर मंडल के टिकट निरीक्षकों ने टिकट जांच अभियान के दौरान बिना टिकट यात्री, अनबुक्ड लगेज, अनियमित टिकट लेकर यात्रा करने वालों के खिलाफ 40188 प्रकरण बनाए गए और इन यात्रियों से लगभग 33 करोड़ 40 लाख रुपया वसूला गया.
पश्चिम मध्य रेलवे ने बीते 8 महीने में 12 लाख प्रकरण बनाए (ETV Bharat) भोपाल मंडल ने वसूले 25 करोड़ से ज्यादा
वहीं, दूसरी तरफ भोपाल रेल मंडल ने अप्रैल 2024 से लेकर नवंबर 2024 के बीच में 4,35,000 लोगों को पकड़ा, जिनमें लोग बिना टिकट, अनबुक्ड लगेज या अनियमित यात्रा कर रहे थे. इन यात्रियों से भोपाल रेल मंडल ने 25 करोड़ 77 लाख रुपए की राशि वसूली. इसी तरह कोटा रेल मंडल ने भी बिना टिकट यात्रा करने वाले लोगों से लगभग 16 करोड़ 32 लाख रुपए का जुर्माना वसूला और 2 लाख 72 हजार लोगों के खिलाफ बिना टिकट यात्रा करने के प्रकरण बनाए.
'बिना टिकट यात्रा करना गैरकानूनी'
जबलपुर रेल मंडल की जनसंपर्क अधिकारी बीएन गुप्ता ने बताया, " ट्रेन में बिना टिकट यात्रा करना गैर कानूनी है. यह जानते हुए भी लोग बिना टिकट यात्रा करते हैं. बिना टिकट यात्रा करने से रेलवे को नुकसान होता है. रेलवे का नुकसान आम आदमी का नुकसान है, क्योंकि रेलवे हमारी और आपकी संपत्ति है."