जबलपुर: बरसात के मौसम में सबसे सामान्य बीमारी डायरिया होती है. यह डायरिया गंदा पानी पीने की वजह से फैलता है. लेकिन ये गंदा पानी आपके घर तक कैसे पहुंचता है. इसकी ईटीवी की टीम ने पड़ताल की तो कई खुलासे सामने आए. इसको लेकर नगर निगम से बात की गई. वहीं, डायरिया से बचने के लिए डॉक्टरों ने भी सलाह दी है कि पानी को उबाल कर पीने से डायरिया से बचा जा सकता है.
कैसे आपके घर तक पहुंचता है पानी
जबलपुर नगर निगम शहर के हर घर तक पानी पहुंचा रहा है. पानी पहुंचाने की प्रक्रिया नर्मदा नदी, खंदारी जलाशय और परियट जलाशय से शुरू होती है. सबसे पहले पानी के इन स्रोतों से पानी को फिल्टर प्लांट तक लाया जाता है. फिल्टर प्लांट में पानी को साफ किया जाता है. इसमें कुछ केमिकल मिलाए जाते हैं. इसके बाद इसे पाइपलाइन के जरिए आपके घर तक पहुंचाया जाता है.
फिल्टर पानी में कहां से आती है गंदगी
पानी को फिल्टर प्लांट से फिल्टर कर आपके घर तक पहुंचाया जाता है, लेकिन आपके घर पर गंदा पानी कैसे पहुंचता है. इसकी पड़ताल में पता चला कि जिन पाइपलाइन से पानी की सप्लाई आपके घर तक की जा रही है, उन पाइपलाइन में कई जगहों पर लीकेज हैं. ये पाइपलाइन नाले और नालियों के अंदर से होते हुए आपके घर तक पहुंचाते हैं. ऐसे में नाली के अंदर की पाइप में यदि लीकेज है, तो पानी सप्लाई के दौरान पानी लीकेज से बाहर आता है. लेकिन जब पानी की सप्लाई बंद होती है, तो इसी लीकेज से नाली का गंदा पानी पाइप के भीतर चला जाता है. इसके बाद अगली बार की सप्लाई के दौरान ये आपके नल तक पहुंचता है.
बारिश में बढ़ जाती है ये समस्या
सामान्य दिनों में ज्यादातर पाइप पानी के ऊपर रहते हैं, लेकिन बरसात के मौसम में पानी अधिक होने के कारण पाइप पानी में डूब जाते हैं. ऐसे में पाइप के अंदर गंदा पानी आसानी से प्रवेश कर जाता है. ईटीवी की टीम ने जबलपुर के रानीताल से लेकर गढा रेलवे क्रॉसिंग तक की सड़क पर पाइप लाइन के लीकेज चेक किये. इसमें पाया गया कि 5 जगहों पर पाइप लाइन में लीकेज है. ये लीकेज इतने बड़े हैं कि आसानी से गंदगी भीतर जा सकती है.