रांची: झारखंड में लोकसभा की चार सीटों लोहरदगा, खूंटी, सिंहभूम और पलामू में 13 मई को वोटिंग होगी. जबकि बाकी की 10 सीटों पर 20 मई, 25 मई और 01 जून को मतदान होना है. अब तक के प्रचार को देखें तो भाजपा इन चुनावी अभियान में कांग्रेस और इंडिया गठबंधन से कहीं आगे है. इसको लेकर झारखंड भाजपा उत्साहित है तो प्रदेश कांग्रेस उल्टे बीजेपी पर सवाल उठा रही है.
प्रदेश भाजपा के नेता राष्ट्रीय नेताओं के झारखंड दौरे से लेकर अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों और कार्यकर्ताओं तक को विधानसभा स्तर पर झोंक देने को अपनी ताकत बताते हैं. वहीं कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी की दो सभा हुई. पलामू में तेजस्वी यादव आए बाकी पूरा का पूरा प्रचार स्थानीय नेताओं के जिम्मे रहा. चुनावी सभाओं से मोमेंटम बनाने में पीछे रह गयी. कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा कहते हैं कि कांग्रेस सच की लड़ाई लड़ रही है जबकि भाजपा दूसरे प्रदेशों से नेताओं को बुलाकर प्रोपगंडा फैला कर वोट पाना चाहती है.
पीएम मोदी की 04 चुनावी सभा और 01 रोड शो
एक के बाद बड़े नेताओं की चुनावी सभाओं के माध्यम से माहौल को पूरी तरह अपने पक्ष में बनाने की भाजपा की रणनीति कितनी आक्रामक है. इसका अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि भाजपा के सबसे बड़े स्टार प्रचारक पीएम नरेंद्र मोदी की चार चुनावी सभा और एक रोड शो हो चुका है. वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की चुनावी सभा, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अपने प्रत्याशियों के लिए नामांकन के दौरान उपस्थिति के बाद की सभा.
इसके अलावा केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का कार्यक्रम के साथ साथ गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, असम और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के साथ साथ उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और बड़े ओबीसी नेता केशव प्रसाद मौर्य की झारखंड में चुनावी कार्यक्रम हो चुका है. इसके साथ-साथ राज्य के 13 लोकसभा क्षेत्र जहां से भाजपा के उम्मीदवार मैदान में हैं उन क्षेत्रों के हर विधानसभा क्षेत्र में अन्य राज्यों से आकर भाजपा के नेता-कार्यकर्ता वोटरों को भाजपा के पक्ष में गोलबंद करने के लिए ग्रास रुट पर लगे हुए हैं.
ऐसी ही बीजेपी महिला नेता डॉ. हंसा गुजरात से आणंद ने आकर रांची के हटिया विधानसभा क्षेत्र में अपने काम में लगी हैं. ईटीवी भारत से बात करते हुए वे कहती हैं कि जब वह गांव-गांव के जाकर कहती हैं कि गुजरात से वह आयी हैं और वहां इस तरह का विकास हुआ है, आप भाजपा का साथ देंगी तो यहां भी विकास होगा. इन बातों का असर मतदाताओं पर जरूर होता है.