नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की ट्रांस यमुना रेंज ने एक इंटरस्टेट ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जिसके पास से कच्ची हेरोइन, ब्राउन शुगर, अफीम जैसी कई तरह की ड्रग्स बरामद की है. इस ड्रग्स की अंतरराष्ट्रीय मार्किट में 50 करोड़ की कीमत बताई गई है. स्पेशल सेल ने इस मामले में ड्रग्स रैकेट के किंगपिन समेत चार ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया है. ड्रग सप्लायर इस ड्रग्स की खेप को नॉर्थ ईस्ट के राज्यों खासकर मणिपुर व अन्यों से तस्करी करके लेकर आए थे, जिसको दिल्ली और एनसीआर के अलग-अलग पड़ोसी राज्यों में सप्लाई किया जाना था.
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के डीसीपी अमित कौशिक और एसीपी कैलाश सिंह बिष्ट की देखरेख में, इंस्पेक्टर राहुल कुमार और इंस्पेक्टर विनीत कुमार तेवतिया के नेतृत्व वाली टीम ने इस गिरोह का पर्दाफाश किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान राजस्थान के चुरू जिले के अलग-अलग गांव के रहने वाले राम अवतार जाट (42), तेजपाल बेनीवाल (29), रामनिवास लेगा (26) और किशनाराम लेगा (47) है. इन सभी के पास से स्पेशल सेल ने 6.776 किलोग्राम कच्ची हेरोइन/ब्राउन शुगर और 10.598 किलोग्राम अफीम बरामद की है. इसके अलावा आरोपियों के पास से ड्रग सप्लाई के गोरखधंधे में इस्तेमाल की जाने वाली कार को भी बरामद किया गया है, जिसमें ड्रग्स छुपाकर रखी गई थी.
साथ ही टीम ने एक अन्य कार को भी बरामद किया है, जिसमें ड्रग्स छुपाया गया था. पुलिस ने राजस्थान से सरगना की गिरफ्तारी के बाद, उसकी निशानदेही पर ड्रग्स बरामद किया. आरोपियों के पास से कई मोबाइल फोन और सिम कार्ड भी बरामद किए हैं. डीसीपी अमित कौशिक के मुताबिक, दिल्ली एनसीआर में सक्रिय मादक पदार्थों के आपूर्तिकर्ताओं और तस्करों के बारे में टीम जनवरी 2024 से ही तमाम स्रोतों के जरिए जानकारी जुटा रही थी. इस बीच स्पेशल सेल की ट्रांस यमुना रेंज को खुफिया जानकारी मिली थी कि एक अंतरराज्यीय नारकोटिक ड्रग कार्टेल उत्तर पूर्वी राज्यों से ड्रग्स की तस्करी कर दिल्ली-एनसीआर और अन्य आसपास के राज्यों में ड्रग की सप्लाई करता है.