इंदौर.मध्य प्रदेश तरह-तरह की साड़ियों के पहनावे का शुरू से केंद्र रहा है. यहां की महेश्वरी, चंदेरी और मांडना कला पर आधारित साड़ियों की देशभर में खासी डिमांड में रही है. अब देश और दुनिया में साड़ी के पहनावे को बढ़ावा देने के लिए इंदौर में एक साथ 25,000 महिलाएं साड़ी वॉकाथॉन करने जा रही हैं. इंदौर में गुरुवार 7 मार्च को होने वाले इस आयोजन (Indore saree walkathon) में एक साथ 25 हजार महिलाओं के साड़ी पहनने का भी रिकॉर्ड बनाया जाएगा.
क्या है ये साड़ी वॉकाथॉन?
दरअसल, भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के साथ मध्य प्रदेश शासन अब तरह-तरह के साड़ी के पहनावे को प्रमोट करने के लिए इस तरह के आयोजन कर रहा है. इसी के तहत इंदौर में पहली बार साड़ी वॉकाथॉन का आयोजन होने जा रहा है. इस दौरान शहर भर की 2 हजार महिलाओं को साड़ी पहनकर नेहरू स्टेडियम में आमंत्रित किया गया है. शहर की तमाम महिलाएं न केवल तरह-तरह की साड़ियां बल्कि अलग-अलग पहनावे के साथ भी वॉक करती नजर आएंगी. इस दौरान न केवल मध्य प्रदेश बल्कि देश के अन्य राज्यों की साड़ियों को प्रदर्शित किया जाएगा.
विदेशों में भी बढ़ रही भारतीय साड़ियों की डिमांड
दरअसल, अपनी तरह के इस खास आयोजन को लेकर भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय द्वारा पहल की गई थी. इसके बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्देश पर इंदौर में इस तरह का आयोजन हो रहा है. कोशिश यह भी है कि मध्य प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में जो तरह-तरह की साड़ियां तैयार होती हैं, उनका प्रमोशन (promotion of sarees) भी दुनिया भर में किया जाए. बल्कि दुनिया के विभिन्न देशों में साड़ी की बढ़ती डिमांड के चलते एक्सपोर्ट को भी बढ़ावा दिया जाए.