इंदौर: मध्य प्रदेश में एयरपोर्ट की तर्ज पर सबसे बड़े और एयर कंडीशनिंग बस टर्मिनल बनाया जा रहा है. यह प्रदेश में यह पहला आईएसबीटी होगा, जहां प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों के लिए डेढ़ हजार बसों का मूवमेंट हो सकेगा. इसको लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को आईएसबीटी का निरीक्षण करने पहुंचे और अगले 2 महीने में इसे शुरू करने के निर्देश दिए हैं.
'आईएसबीटी से प्रदेश का गौरव बढ़ेगा'
इंदौर के कुमेड़ी में इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा 15 एकड़ जमीन पर 101 करोड रुपए की लागत से इस अंतर राज्य बस टर्मिनल का निर्माण कराया गया है. इसके निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि "इंदौर के आईएसबीटी से प्रदेश का गौरव बढ़ेगा. यहां से गुजरात, राजस्थान, भोपाल, जबलपुर, छिंदवाड़ा और सागर आदि जगहों के लिए बसें जाएंगी. इसके अलावा यह बस टर्मिनल सिंहस्थ के लिये भी बड़ी सौगात होगी."
दिसंबर तक तैयार हो जाएगा टर्मिनल
इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरपी अहिरवार ने जानकारी दी कि बताया आईएसबीटी पर लगभग 1440 बसें 24 घंटे में आएंगी. बस टर्मिनल पूर्ण रूप वातानुकूलित और अन्य सभी सुविधाओं से लैस होगा. यात्रियों की सुविधा के लिए 14 टिकट काउंटर रहेंगे. लगभग 1000 वाहनों की पार्किंग सुविधा भी रहेगी जो दिसंबर माह में बनकर तैयार हो जाएगा.
43 बस प्लेटफार्म निर्मित किये
आरपी अहिरवारने बताया कि, ''आईएसबीटी में कुल 43 बस प्लेटफार्म निर्मित किये गये हैं. जिसमें 28 प्लेटफार्म जाने वाली बसों के लिए और 15 प्लेटफार्म आने वाली बसों के लिए निर्धारित किये गये हैं. टर्मिनल बिल्डिंग में प्रतिदिन 80 हजार यात्रियों का आवागमन प्रस्तावित है, जिसमें भीड़ वाले समय पर लगभग 8 हजार व्यक्ति एक साथ आवागमन कर सकेंगे. यात्री बसों के आने और जाने के लिए अलग-अलग गेट बनाए गए हैं.''