बांकाःबिहार की ट्रांसजेंडर दारोगा के भाई पर हमला का मामला सामने आया है. घटना जिले के बांका पंजवारा की है. भाई मुनमुन कुमार सिंह ने पंजवारा थाना में दिए आवेदन में 20 से 25 लोगों पर घर में घुसकर मारपीट करने का आरोप लगाया है.
20 से 25 लोगों पर मारपीट का आरोपः घटना एक सप्ताह पूर्व की है. इसके बारे में मुनमुन कुमार सिंह ने बताया है कि वे अपनी पुस्तैनी जमीन पर नव निर्मित घर में सीढ़ी का काम करवा रहे थे. इस दौरान घर में 20 से 25 लोग घुस गए. जबरदस्ती घर में घुसकर मारपीट करने लगे. मुनमुन सिंह ने राजा सिंह, आनंद सिंह, ललित किशोर सिंह, अंकित कुमार और अन्य लोगों का नाम आवेदन में दिया है.
दारोगा के लिए अभद्र भाषा का प्रयोगः मुनमुन सिंह ने बताया कि सभी ने मेरे साथ मारपीट की और मेरी बहन को लेकर अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि तुम्हारी बहन दारोगा बनकर समाज का नाम खराब कर रही है. तुम्हारी बहन के कारण समाज में किसी की शादी नहीं होगी. यही सब बोलते के बाद धमकी दी कि पुलिस में शिकायत की तो और मारपीट की जाएगी.
"पुस्तैनी जमीन सीढ़ी का काम करा रहा था. 20 से 25 आदमी जबरदस्ती घर में घुसकर मारपीट करने लगे. मेरी बहन ट्रांसजेंडर दारोगा बनी है. उसको अपशब्द कहा. जान मारने की भी धमकी दी. कहा कि तुम्हारी बहन दारोगा बनी है, उस कारण समाज में किसी की शादी नहीं हो रही है."-मुनमुन कुमार सिंह, दारोगा का भाई
पुलिस ने कहा-जमीन विवाद का मामलाः हालांकि पुलिस इसे जमीन विवाद बता रही है. पंजवारा थानाध्यक्ष ने जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया है. थानाध्यक्ष ने कहा कि दोनों पक्षों की ओर से आवेदन दिया गया है. जमीन विवाद में मारपीट का मामला है. दोनों के आवेदनों की जांच की जा रही है.
"मामला जमीन विवाद का है. रास्ते पर निजी कार्य किया जा रहा था. उसी दौरान मारपीट हुई है. दोनों पक्ष के द्वारा आवेदन दिया गया था. केस दर्ज कर किया गया है."-मनीष कुमार, थानाध्यक्ष, पंजवारा
9 जुलाई को आया था रिजल्टः मानवी मधु कश्यप देश की पहली महिला ट्रांसजेंडर दारोगा है. बता दें कि बिहार में 9 जुलाई का जारी बिहार पुलिस भर्ती रिजल्ट में तीन ट्रांसजेंडर दारोगा का चयन हुआ था जिसमें दो ट्रांसमेन और एक मानवी मधु ट्रांसवुमेन दारोगा हैं. चार भाई बहनों में सबसे बड़ी मधु के पिता नहीं हैं. उन्होंने अपनी परिवार की जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठाया.
समाज को रास नहीं आ रही इनकी सफलताः सफलता के बाद मानवी मधु ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया था कि वे 9 साल से अपने गांव नहीं गयी और निरंतर मेहनत करती रहीं. इसमें पटना के गुरु रहमान सर का बहुत बड़ा हाथ था. बांका के पंजवारा की रहन वाली मानवी मधु की प्रारंभिक पढ़ाई एसएस संपोषित हाई स्कूल से हुई. सीएनडी कॉलेज के इंटर और टीएमयू भागलपुर से राजनीति में ग्रेजुएशन किया. लेकिन इनकी सफलता समाज को रास नहीं आ रही है.
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