प्रयागराज: कहते हैं प्रतिभा कभी किसी की मोहताज नहीं होती. किसी भी उम्र का कोई भी किसी भी प्रतिभा का धनी हो सकता है. इन दिनों महाकुंभ में ऐसा ही 8 वर्षीय बच्चा चर्चा का विषय बना है, जिसे संतों ने इंडियन टार्जन नाम दिया है. बुलंदशहर का रहने वाला नन्हा टार्जन रुद्र कक्षा तीन में पढ़ाई करता है. रुद्र 8 वर्ष की अवस्था में ऐसी-ऐसी एक्सरसाइज और हैरतअंगेज कारनामे करता है, जिसे देखकर बड़े-बड़े संतों ने भी कुंभ में अपने दांतों तले उंगलियां दबा ली. शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती, प्रख्यात संत कैलाशानंद गिरी के सामने रूद्र ने अपने करतब दिखाये तो यह भी बरबस कहने को मजबूर हो गए कि इसके जैसा दूसरा कोई नहीं.
बिना रुके एक हाथ से करता है पुशअपःअपनी अलग-अलग एक्टिविटी के जरिए आकर्षण का केंद्र बना 8 साल का रूद्र सड़क चलते ही रुक जाता है और मुट्ठी बंद करके कमांडो पुशअप करना शुरू कर देता है. इतना ही नहीं एक हाथ से पुशअप हो या फिर कंटिन्यू कोई भी एक्टिविटी रुद्र थकता ही नहीं है. रुद्र कठिन से कठिन एक्सरसाइज करते हुए रुद्रा 5 साल की उम्र से ही अपने आप को मजबूत बन चुका है.
बिना रुके और थके लगातार रुद्र करता है पुशअप. (Video Credit; ETV Bharat) चीनी-जापानी वीडियो देखकर सीखा एक्सरसाइज और फाइटिंगः रुद्र के पिता प्रकाश बताते हैं कि जब 3 साल का था तो अन्य बच्चों की तरह मोबाइल पर वीडियो देखा करता था. एक दिन अचानक से मोबाइल पर चीनी और जापानी वीडियो को देखते हुए इसने एक्सरसाइज और फाइटिंग के तरीकों को सीखना शुरू किया. इन्हीं वीडियो को देखते-देखते इसके अंदर ऐसी प्रतिभा जगी कि इसने एक से बढ़कर एक पुशअप करने शुरू कर दिए. रुद्र ने हरियाणा में एक आयोजन में ढाई हजार कमांडो पुशअप, 2000 से ज्यादा डायमंड पुशअप और दौरान 1200 से ज्यादा सपाटा फेरते हुए कई लोगों को चित कर दिया. हरियाणा में तो लोग इसे सपाटा किंग के नाम से जानते हैं.
संतों के आगे दिखाता है प्रतिभाःचीनी मिट्टी के सजावटी सामानों और बर्तनों का कारोबार करने वाले प्रकाश बताते हैं कि रुद्र की ट्रेनिंग दो ट्रेनर्स के साथ वह खुद देते हैं. रुद्र की डाइट भी अच्छी खासी है. मां भले ही उसका विरोध करती हैं और पढ़ने के लिए गुजारिश करती है. रुद्रा कुंभ में पहुंचकर बड़े-बड़े संतों और शंकराचार्य के साथ ही महामंडलेश्वरों के आगे अपनी प्रतिभा का परिचय देता रहता है. जिसे देखकर हर संत भी बेहद खुश नजर आता है.
सेल्फी लेने वालों की भी भीड़:कैलाशानंद गिरि ने तो रूद्र को देखकर तालियां भी बजाई और 5000 का पुरस्कार भी दिया. रुद्र इतनी सी उम्र में हैरतअंगेज एक्सरसाइज और कारनामे कंटिन्यू करता रहता है. यदि उसे रोका न जाए तो वह पुशअप मारते-मारते गिनती भी भूल जाता है. इतनी सी उम्र में उसके अंदर जिस तरह का जज्बा और तेजी है वह हर किसी को चौंका रहा है. कुंभ में इसी वजह से उसके साथ सेल्फी लेने वालों की भी भीड़ रहती है.
रोज सुबह 3.30 बजे से शुरू करता है प्रैक्टिसः जब रुद्र से पूछा गया कि बापू सेहत के लिए हानिकारक तो नहीं है. तो उसने कहा, बापू से ज्यादा तो मैं उनका ध्यान रखता हूं. रोज सुबह 3:30 मैं उनको उठता हूं और दौड़ने के लिए जाता हूं. लौट कर आता हूं तो एक्सरसाइज करता हूं. इसके बाद फ्रेश होकर नाश्ता करके स्कूल चला जाता हूं. रुद्र स्कूल में भी बहुत चर्चित है और सबका चाहेता भी.
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