Train Ticket Booking Method: त्योहारी सीजन है और आपको रेल यात्रा करना है, तो भीड़ से लबालब ट्रेन में बिना रिजर्वेशन सफर करना कितना मुश्किल होगा. शायद आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं, लेकिन त्योहार के समय रिजर्वेशन महीनों पहले ही फुल हो जाते हैं. ऐसे तत्काल टिकट बुकिंग का विकल्प बचता है. अगर ये भी वेटिंग लिस्ट है तब भी आपके पास कन्फर्म टिकट पाने का एक तरीका बाकी है. क्या है ये तरीका जानने के लिए खबर को अंत तक जरूर पढ़ें.
तत्काल खत्म होती है तत्काल कोटा बुकिंग
असल में दीपावली त्योहार के चलते भारतीय रेल विभाग द्वारा टिकट बुकिंग की अवधि 120 घटाकर 60 दिन कर दी गई है. ऐसे में रिजर्वेशन टिकट के लिए स्लीपर क्लास से लेकर फर्स्ट एसी तक सभी श्रेणियों में टिकटों की वेटिंग लगी है. ऐसे में जो यात्री ट्रेन में सफर करना चाहते हैं. उनके पास तत्काल और प्रीमियम तत्काल कोटा में टिकट बुक करने का ऑप्शन बचता है, लेकिन भारतीय रेल विभाग और IRCTC द्वारा तत्काल बुकिंग यात्रा के एक दिन पहले उपलब्ध होती है लेकिन यह बात भी सही है कि तत्काल विंडो ओपन होने के कुछ ही देर में सारे टिकट बुक हो जाते हैं.
चार्ट तैयार होने के बाद खुलता है करंट अवेलेबिलिटी का विकल्प
तत्काल और प्रीमियम तत्काल दोनों ही कोटा में सीट बुकिंग न होने की स्थिति में यात्रियों के लिए एक आखिरी विकल्प के तौर पर करंट बुकिंग बचती है. रेलवे जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार शर्मा बताते हैं कि 'सामान्यतः कई लोग अपने रिजर्वेशन कराते हैं, लेकिन अंतिम समय पर टिकट या यात्रा कैंसल करने पर या ट्रेन छूटने पर ये सीट खाली जाती है. ऐसे में चार्ट तैयार होने के बाद जो सीटें बचती है. IRCTC और रेलवे द्वारा इन सीटों पर करंट बुकिंग का विकल्प खोल दिया जाता है. यह विकल्प सभी रिजर्वेशन श्रेणियों में मिलता है. इसे ट्रेन के आपके यात्रा स्टेशन पर पहुंचने से करीब आधा घंटा पहले तक व फाइनल चार्ट तैयार होने तक यात्री टिकट बुक कर सकते हैं.