स्वतंत्रता दिवस समारोह, मुख्यमंत्री ने 46 पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों को किया सम्मानित - Independence Day
भारत की आजादी का 78वां स्वतंत्रता दिवस छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में धूमधाम से मनाया गया. रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित स्वतंत्रता दिवस में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए और ध्वजारोहण किया. अवसर पर पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है. में प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 46 पुलिस के अधिकारी और कर्मचारियों को सम्मानित किया.
मुख्यमंत्री ने जवानों को किया सम्मानित (ETV Bharat Chhattisgarh)
मुख्यमंत्री ने पुलिस जवानों को किया सम्मानित (ETV Bharat Chhattisgarh)
रायपुर : स्वतंत्रता दिवस समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 46 पुलिस के अधिकारी और कर्मचारियों को सम्मानित किया. इनमें पुलिस वीरता पदक के लिए 26, विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक के लिए 2 अधिकारी, सराहनीय सेवा के लिए 11 और सराहनीय सुधार सेवा के लिए 2 पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया.
नक्सलियों को पटखनी देने वाले को मिला सम्मान : वीरता पदक से सम्मानित भुवन सिंह ने बताया, "यह पदक मुझे वीरता के लिए मिला है. 10 अगस्त 2020 को पुलिस नक्सली एनकाउंटर में हमारी टीम ने एक वर्दीधारी नक्सली को मार गिराया था. इस दौरान कुछ हथियार भी बरामद किया गया था. नक्सलियों के डंप एरिया और नक्सलियों के कैंप को ध्वस्त किया था. ऐसे में वीरता पदक मिलने के बाद गर्व महसूस हो रहा है." इसके लिए उन्होंने अपने माता-पिता और परिवार को धन्यवाद देने के साथ ही अपनी टीम को धन्यवाद दिया.
"यह गर्व का पल है":वीरता पदक से सम्मानित दिलीप वासनिक ने बताया, "यह राष्ट्रपति का वीरता पदक है. 3 अप्रैल 2021 को नक्सलियों के खिलाफ मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों को काफी नुकसान हुआ था. इस घटना में कुछ जवान भी शहीद हुए थे. यह मुठभेड़ अब तक की सबसे भयानक मुठभेड़ थी." एनकाउंटर के समय डर के सवाल पर उन्होंने कहा,
"अगर हम भय और डर के मुठभेड़ का सामना करते तो उसी पल ढेर हो जाते. हमारी संस्था एसटीएफ कभी भयभीत होना नहीं सिखाती है. यह गर्व का पल है. पूरे प्रदेशवासियों के बीच में यह सम्मान मुझे मिला है."- दिलीप वासनिक, वीरता पदक से सम्मानित जवान
एंबुश में फंसने के बाद भी नक्सलियों को दिया जवाब : ने वीरता पदक से सम्मानित मालिक राम केवट ने बताया, "29 अप्रैल 2020 को पुलिस और नक्सलियों के बीच एक एनकाउंटर हुआ था. वहां मौजूद टीम को लीड मालिक राम केवट कर रहे थे. कड़ेनार जंगल में नक्सलियों ने एंबुश लगाकर जवानों की टीम को फंसाया था. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने काउंटर एम्बुश कर दो नक्सलियों को ढेर किया था. वहां कंपनी नंबर 6 के हार्डकोर नक्सली थे. इस मुठभेड़ में दो नक्सली मारे गए थे, जिसमें एक महिला और एक पुरुष शामिल थे." आज मालिक राम केवट को वीरता पदक से सम्मानित किया गया.
वीरता पदक :
हेमंत कुमार पटेल, निरीक्षक, बलौदाबाजार
मालिक राम, निरीक्षक कांकेर
सुक्कू राम नाम, उप निरीक्षक, नारायणपुर
संतोष चंदन, प्रधान आरक्षक, नारायणपुर
साकेत कुमार बंजारे, निरीक्षक, बीजापुर
भुवन सिंह बोरा, कंपनी कमाण्डर 21वीं वाहिनी, छसबल, बालोद
संजय पाल, उप निरीक्षक, बीजापुर
धरम सिंह तुलावी, निरीक्षक, बीजापुर
विरेन्द्र कंवर, उप निरीक्षक, बीजापुर
पतिराम पोड़ियामी, उप निरीक्षक, कांकेर
दिलीप कुमार वासनिक, प्लाटून कमाण्डर, एसटीएफ
वीरता पदक (मरणोपरांत)
शहीद रमेश जुर्री, प्रधान आरक्षक, बीजापुर
शहीद रमेश कोरसा, आरक्षक, बीजापुर
शहीद सुभाष नायक, आरक्षक, बीजापुर
शहीद रामदास कोर्राम, आरक्षक, एसटीएफ
शहीद जगतराम कंवर, आरक्षक, एसटीएफ
शहीद सुख सिंह, आरक्षक, एसटीएफ
शहीद रमाशंकर सिंह, आरक्षक, एसटीएफ
शहीद शंकर नाग, आरक्षक, एसटीएफ
शहीद किशोर एण्ड्रिक, सहायक आरक्षक, बीजापुर
शहीद सनकूराम सोढ़ी, सहायक आरक्षक, बीजापुर
शहीद बोसाराम करटामी, सहायक आरक्षक, बीजापुर
धरम सिंह तुलावी, निरीक्षक, बीजापुर
शिव कुमार रामटेके, प्रधान आरक्षक, बीजापुर
छन्नू राम पोयाम, सहायक उप निरीक्षक, बीजापुर
गौतम कोरसा, आरक्षक, बीजापुर
राष्ट्रपति के विशिष्ट सेवा पदक :
अमित कुमार, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, गुप्तवार्ता, पु.मु नवा रायपुर
कन्हैया लाल ध्रुव, पुलिस उप महानिरीक्षक, नक्सल अभियान, मु.मु. नवा रायपुर
सराहनीय सेवाओं के लिए भारतीय पुलिस पदक :
डी.आर. आचला, सेनानी, 14वीं वाहिनी, छसबल, धनोरा, जिला बालोद
नेहा पाण्डेय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई