हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / state

मील का पत्थर साबित हुआ राधा स्वामी चैरिटेबल अस्पताल भोटा, लाखों लोगों को दे रहा सुविधा: धूमल - CHARITABLE HOSPITAL BHOTA

पूर्व सीएम धूमल ने कहा कि चैरिटेबल हॉस्पिटल भोटा का सुचारू संचालन सुनिश्चित होना चाहिए. यहां आम लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं.

भोटा अस्पताल का बंद होना जनहित में नहीं: धूमल
भोटा अस्पताल का बंद होना जनहित में नहीं: धूमल (ETV BHARAT)

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Nov 27, 2024, 3:55 PM IST

Updated : Nov 27, 2024, 7:45 PM IST

हमीरपुर:जिला हमीरपुर के भोटा में राधा स्वामी सत्संग चैरिटेबल अस्पताल के गेट पर इन दिनों 1 दिसंबर से अस्पताल के बंद होने का नोटिस लगा है. इसे लेकर आस-पास के क्षेत्रों के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. आज भी स्थानीय लोगों ने चक्का जाम करने का प्रयास किया और राधा स्वामी चौरिटेबल अस्पताल के बाहर जोरदार प्रदर्शन कर नारेबाजी की. इस दौरान बीजेपी विधायक आईडी लखनपाल, आशीष शर्मा और रणधीर शर्मा भी मौके पर लोगों से मिलने पहुंचे.

अब वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने हमीरपुर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि राधा स्वामी सत्संग व्यास की ओर से स्थापित एवं संचालित भोटा चैरिटेबल अस्पताल पिछले कई सालों से लोगों के उपचार और स्वास्थ्य के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हुआ है. यह अस्पताल भोटा में आसपास के 15 किलोमीटर के दायरे के 952 गांव की तीन लाख से अधिक की आबादी को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवा रहा है. इस अस्पताल में आम जनमानस को आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं अति उत्तम माहौल में संस्थान प्रबंधन और चिकित्सा टीम की ओर से लगातार उपलब्ध करवाई जा रही हैं.

पूर्व मुख्यमंत्री ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि, 'आने वाले कुछ समय के पश्चात इस अस्पताल के संचालन को बंद किए जाने की खबरें जनहित में नहीं हैं. उन्होंने अपने पहले कार्यकाल में राधा स्वामी सत्संग ब्यास के प्रमुख बाबा गुरिन्दर सिंह जी से ऐसे संस्थान के लिए बात की थी और उनकी कृपा से साल 1999 में इस अस्पताल का निर्माण कार्य शुरू हुआ तब से लेकर अब तक इस अस्पताल ने निरंतर 24 घंटे क्षेत्र के लोगों को समर्पित रहते हुए काम किया है. कई सालों से लोगों की सेवा कर रहा है'

प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि, 'इस संस्थान का ऐसे बंद हो जाना चिंता का विषय है. सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए. सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य बुनियादी सुविधाएं होती हैं, जिन्हें जनता को उपलब्ध करवाना सरकार का प्रथम कर्तव्य होता है. हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार के अकेले प्रयास पर्याप्त नहीं हैं. ऐसे में इस तरह के चैरिटेबल स्वास्थ्य संस्थान सरकार और जनता दोनों के लिए ही फायदेमंद हैं.'

पूर्व मुख्यमंत्री ने सुझाव देते हुए कहा कि, 'भोटा चैरिटेबल अस्पताल के सुचारू संचालन के लिए सरकार को उचित व्यवस्था करनी चाहिए. इस उद्देश्य की पूर्ति में जो भी अड़चन आ रही है. उसको दूर करना चाहिए. स्वास्थ्य क्षेत्र में इस अस्पताल की उपस्थित की महत्वता को समझते हुए एक बेहतर माहौल और अनुकूल परिस्थितियां बनाकर देनी चाहिए, ताकि यह संस्थान और अच्छे तरीके से आम जनमानस के स्वास्थ्य और चिकित्सा संबंधी समस्याओं को दूर कर सके.'

ये भी पढ़ें:क्या राधास्वामी डेरा ब्यास के भोटा अस्पताल को बंद होने से बचा पाएगी सुक्खू सरकार, क्या है लैंड सीलिंग एक्ट और हॉस्पिटल ट्रांसफर का मामला

ये भी पढ़ें:महाराज जगत सिंह सोसायटी को ट्रांसफर होगा राधा स्वामी सत्संग ब्यास का भोटा अस्पताल, सीएम बोले-विंटर सेशन में लाएंगे बिल

ये भी पढ़ें:पहली दिसंबर से बंद होगा राधा स्वामी सत्संग का भोटा अस्पताल, गेट पर लगा नोटिस, लोगों ने किया प्रदर्शन

Last Updated : Nov 27, 2024, 7:45 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details