बीजापुर में वन रक्षक ही बने भक्षक, डिप्टी रेंजर ने कटवा डाले 2 हजार से अधिक बांस, जांच में जुटा विभाग - Illegal bamboo felling in Bijapur - ILLEGAL BAMBOO FELLING IN BIJAPUR
बीजापुर में वन रक्षक ही भक्षक बन बैठे हैं. यहां डिप्टी रेंजर ने अवैध तरीके से 2 हजार से अधिक बांस कटवा लिए हैं. वहीं, जानकारी के बाद वन विभाग की टीम जांच में जुट गई है.
डिप्टी रेंजर ने कटवा डाले 2 हजार से अधिक बांस (ETV Bharat)
बीजापुर: जिले के भोपालपटनम वन विभाग सामान्य के डिप्टी रेंजर ने अवैध तरीके से रुद्रारम कोनागुड़ा के जंगलों से हजारों का संख्या में बासों की कटाई की है. कोनागुड़ा से सटे जंगल में बांसों को काटकर गांव के पास पेड़ों में खड़ा कर थप्पी लगाई गई है. बताया जा रहा है कि तकरीबन 2 हजार से अधिक बांसों की बली डिप्टी रेंजर ने चढ़ाई है. गांव के पास बड़े पेड़ों में 8 जगह बांसों को खड़ा रखकर थप्पी लगाया गया है.
भारी संख्या में बांस का जखीरा जब्त:इधर, सूचना मिलने पर वन विभाग बफर के रेंजर देवनन्दन तिवारी ने अपने कर्मचारियों को भेजकर बांसों का आंकलन कर जब्तीनामा तैयार करने को कहा. लेकिन दो दिनों से यह आंकलन नहीं हो पा रहा है. इस मामले में फारेस्ट विभाग ने ढील दे रखी हैं क्योंकि मामला उनके डिप्टी रेंजर से जुड़ा हुआ हैं. बताया जा रहा हैं कि जहां बांस रखा गया है, उसके आगे पहाड़ में बड़ी तादात में बांस का जखीरा रखा हुआ हैं, लेकिन वहां तक फॉरेस्ट विभाग की पहुंच नहीं हैं.
जानिए क्या कहते हैं ग्रामीण: इस पूरे मामले में ग्रामीणों का कहना है कि यह बांस जगदलपुर से मजदूरों को लाकर कटवाया गया हैं. डिप्टी रेंजर ने ग्रामीणों से कहा था कि बांस वन विभाग का है. इसे यंहा से बाद में ले जाया जाएगा. ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें इस बारे में कुछ नहीं पता हैं. डिप्टी रेंजर बस इतना कहते थे कि बांस काटकर यहीं रखा जाएगा. जरुरत पड़ने पर यहां से लेकर जाएंगे."
जांच के बाद की जाएगी कार्रवाई: इस बारे में सामान्य एसडीओ नितीश कुमार रावटे का कहना है कि अगर बांस जंगल से कटवाकर रखा गया है, तो वह अवैध है. इसमें डिप्टी रेंजर का नाम आ रहा हैं. लेकिन उनका कथन है कि उन्होंने नहीं कटवाया है. इसकी जांच की जाएगी. जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई होगी. वहीं, देवनन्दन तीवारी रेंजर बफर ने कहा कि जांच की जा रही है. जांच के बाद ही पता लग पाएगा कि किसने बांस कटवाया है. अभी किसी पर आरोप लगाना ठीक नहीं हैं. बहराल बांस को जब्त कर डिपो लाया जा रहा हैं." बता दें कि साल 2021 के बाद बीजापुर जिले में जंगल से बांस की काटई पर प्रतिबंध लगाया गया था.