नई दिल्ली: आईआईटी दिल्ली ने अपने कॉर्पोरेट रिलेशंस ऑफिस के माध्यम से रेलवे सूचना प्रणाली केन्द्र (क्रिस) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर की. इसका उद्देश्य अनुसंधान और प्रौद्योगिकी में आईआईटी दिल्ली की विशेषज्ञता का लाभ उठाकर पूरे भारत में रेलवे के बुनियादी ढांचे, सुरक्षा और परिचालन दक्षता को आगे बढ़ाना है.
इस समझौते के तहत, आईआईटी दिल्ली के शोधकर्ता भारतीय रेलवे के लिए सुरक्षा, संरक्षा, शेड्यूलिंग, इंटर मॉडल कनेक्टिविटी और राजस्व अनुकूलन को बढ़ाने के उद्देश्य से अनुसंधान और विकास परियोजनाओं में शामिल होंगे. मैकेनिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस और मैनेजमेंट स्टडीज विभागों के फैकल्टी मेंबर इस पहल का सहयोग करेंगे. इस साझेदारी से भारतीय रेलवे को अधिक सुरक्षित, अधिक कुशल और तकनीकी रूप से उन्नत संगठन बनाने की उम्मीद है.
आईआईटी दिल्ली में कॉर्पोरेट रिलेशंस की डीन प्रोफेसर प्रीति रंजन पांडा ने कहा कि सीआरआईएस के साथ यह साझेदारी भारतीय रेल के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. ग्राउंड ब्रेकिंग रिसर्च को व्यावहारिक अनुप्रयोग के साथ जोड़कर, हमारा लक्ष्य भारतीय रेलवे में कुछ सबसे महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान करना है.
क्रिस के प्रबंध निदेशक जीवीएल सत्य कुमार ने कहा कि आईआईटी दिल्ली के साथ सहयोग भारतीय रेलवे के लिए उन्नत तकनीकों को शामिल करने के क्रिस के मिशन के अनुरूप है. आईआईटी दिल्ली की शोध विशेषज्ञता के साथ आशावादी हैं कि ये परियोजनाएँ रेलवे संचालन में उल्लेखनीय प्रगति लाएंगी और यात्री अनुभव को बेहतर बनाएंगी. यह समझौता सहयोगी अनुसंधान और नवाचार के माध्यम से राष्ट्रीय बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगा. साथ ही शिक्षा और उद्योग के बीच सेतु का काम करेंगे. बता दें कि 1961 में अपनी स्थापना के बाद से आईआईटी दिल्ली ने 60,000 से अधिक स्नातक तैयार किए हैं, जिनमें 7000 से अधिक पीएचडी धारक शामिल हैं, जिनमें से कई ने प्रौद्योगिकी, व्यवसाय और राजनीति जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
क्या है क्रिस:रेलवे सूचना प्रणाली केंद्र (क्रिस) भारत सरकार के रेल मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संगठन है. 1986 में स्थापित, क्रिस भारतीय रेलवे की आईटी शाखा के रूप में कार्य करता है, जो भारतीय रेलवे के विशाल और जटिल संचालन को शक्ति प्रदान करने वाली महत्वपूर्ण सूचना प्रणालियों को डिजाइन करने, विकसित करने और लागू करने के लिए जिम्मेदार है. यात्री टिकटिंग से लेकर माल प्रबंधन तक, क्रिस के प्रौद्योगिकी समाधान दक्षता, सुरक्षा और ग्राहक अनुभव को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. नवाचार और डिजिटल परिवर्तन के प्रति प्रतिबद्धता के साथ क्रिस अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर और डेटा-संचालित निर्णय लेने वाले उपकरणों के माध्यम से भारतीय रेलवे को आगे बढ़ाने पर काम करता है.
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