वाराणसी:भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान IIT-BHU वाराणसी के इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग 19वें EAI Bodynets 2024 सम्मेलन की मेजबानी करेगा. यह प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 15–16 दिसंबर को आयोजित होगा. इस आयोजन में विश्वभर के शोधकर्ता, शिक्षाविद, उद्योग विशेषज्ञ और प्रैक्टिशनर्स वायरलेस बॉडी एरिया नेटवर्क्स (WBANs) के क्षेत्र में प्रगति पर चर्चा करने के लिए एकत्रित होंगे.
कार्यक्रम का उद्घाटन समारोह 15 दिसंबर को होगा, जिसमें राजेश कुमार पाठक डायरेक्टर, भारत 6G और रॉबर्ट रवि, चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक, BSNL मुख्य अतिथि होंगे. वहीं, IIT-BHU के निदेशक प्रोफेसर अमित पात्रा उद्घाटन भाषण देंगे, जो दो दिनों के गहन विचार-विमर्श और सहयोग की शुरुआत करेगा. इस सम्मेलन की विशेषता 16 दिसंबर को 6G प्रौद्योगिकियों पर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन होगा, जो प्रतिभागियों को वायरलेस संचार के उभरते क्षेत्र की नवीनतम तकनीकों के साथ जुड़ने का अनूठा अवसर प्रदान करेगा.
इसमें दूरसंचार विभाग,भारत 6G टेक्नोलॉजी और अन्य प्रमुख संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे. यह सम्मेलन शैक्षणिक संस्थानों और उद्योग के बीच सहयोग को मजबूत करने पर जोर देता है. इस आयोजन को प्रमुख सरकारी एजेंसियों और निजी उद्योगों का समर्थन प्राप्त हुआ है, जो अनुसंधान को बढ़ावा देने और वैश्विक सहयोग को प्रोत्साहित करने में इसकी महत्ता को दर्शाता है.
महत्वपूर्ण विषयों पर होगी चर्चा:बता दें कि WBANs एक बहु-विषयी क्षेत्र है, जो वायरलेस संचार, स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी, पहनने योग्य उपकरण और बायोमेडिकल इंजीनियरिंग को समाहित करता है. यह व्यक्तिगत चिकित्सा, टेलीहेल्थ और इंटरनेट ऑफ मेडिकल थिंग्स (IoMT) के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण संभावनाएं प्रस्तुत करता है. यह सम्मेलन नवीन विचारों के आदान-प्रदान, चुनौतियों के समाधान और इस परिवर्तनकारी क्षेत्र को आकार देने वाले रुझानों की खोज के लिए एक मंच प्रदान करेगा.
विश्व के 120 प्रमुख प्रतिनिधि रहेंगे मौजूद
- प्रो. टीमु माइल्लिला, यूनिवर्सिटी ऑफ ओलु, फिनलैंड.
- प्रो. नीलेश बी. मेहता, IISc बैंगलोर.
- डॉ. आशीष सहानी, IIT रोपड़.
- डॉ. मौरिज़ियो मागारिनी, पोलिटेक्निको दी मिलानो, इटली.
- डॉ. अनिर्बान सरकार और डॉ. शुभजीत रॉय चौधरी, IIT मंडी.
- डॉ. सौमिक घोष और डॉ. अभिषेक पाठक, IMS वाराणसी.
- डॉ. दीपक मिश्रा, ISRO.
- डॉ. सुधीर कुमार, IIT पटना
- प्रो. जैस्मिन ग्रोजिंगर, ग्राज यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, ऑस्ट्रिया