वाराणसी: आईआईटी बीएचयू में छात्रा से गैंगरेप मामले में विरोध को लेकर 12 स्टूडेंट को सस्पेंड कर दिया गया है. 11 महीने बाद BHU के स्टैंडिंग कमेटी की रिपोर्ट पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने ये कार्रवाई की है. बता दें कि, इसमें आठ छात्रों को एक महीने और चार को 15 दिन के लिए सस्पेंड किया गया है.
बता दें कि, छात्रा से गैंगरेप मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर विश्वविद्यालय में विरोध प्रदर्शन हो रहा था. इस विरोध प्रदर्शन के दौरान दो छात्र संगठन आपस में भिड़ गए थे. जिसके बाद बीएचयू प्रशासन ने छात्रों पर कार्रवाई करते हुए उनको लाइब्रेरी, HRA, हॉस्टल की सुविधाओं से निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों की काउंसलिंग का आदेश दिया गया है.
विश्वविद्यालय की कार्रवाई का छात्र कर रहे विरोध
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से जारी किए गए आदेश के बाद सस्पेंड किए गए छात्रों में आक्रोश देखा जा रहा है. कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए उनका कहना था कि, वह मारपीट का हिस्सा नहीं है फिर भी उन्हें निष्कासित किया गया है. वहीं छात्र संगठन के लोग भी यूनिवर्सिटी के फैसले पर विरोध जाता रहे हैं. उनका आरोप था कि ये कार्रवाई सरकार की नीतियों का विरोध करने के कारण छात्रों के खिलाफ की गई है.
कार्यकर्ताओं पर दर्ज हुआ था मुकदमा
बता दें कि, विरोध के मामले में ABVP की शिकायत पर एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं पर एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा भी दर्ज किया गया था और इसी मुकदमे के आधार पर विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से स्टैंडिंग कमेटी बनाकर के ये कार्रवाई की गई है. विश्वविद्यालय ने निलंबित छात्र-छात्राओं को ईमेल के जरिए कार्रवाई की जानकारी दे दी है.
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