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अनशन पर बैठे शुभम रेवाड़ को जबरन SMS अस्पताल में किया गया शिफ्ट, छात्रों के विरोध पर पुलिस ने किया हल्का बल प्रयोग - Student Union Election

Hunger Strike for Student Election, छात्र संघ चुनाव कराने की मांग को लेकर बीते 6 दिन से भूख हड़ताल पर बैठे छात्र नेता शुभम रेवाड़ को सोमवार देर शाम पुलिस प्रशासन ने उठाकर एसएमएस अस्पताल में शिफ्ट करा दिया. इस दौरान छात्रों की ओर से विरोध जताने पर पुलिस प्रशासन की ओर से हल्का बल प्रयोग भी किया गया. वहीं, अस्पताल में एडमिटेड शुभम रेवाड़ ने एक पत्र लिख उनकी मांग पूरी नहीं होने तक किसी भी तरह का इलाज लेने से इनकार कर दिया है.

Hunger Strike for Student Election
शुभम रेवाड़ को जबरन SMS अस्पताल में किया गया शिफ्ट (ETV Bharat Jaipur)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jul 29, 2024, 9:32 PM IST

शुभम रेवाड़ को जबरन एसएमएस अस्पताल में किया गया शिफ्ट (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर.विश्वविद्यालय प्रशासन पर छात्र संघ चुनाव शुल्क और कॉशन मनी नहीं लौटा कर करोड़ों का घोटाला करने का आरोप लगाते हुए, इस वर्ष छात्र संघ चुनाव कराए जाने की मांग करने वाले छात्र नेता शुभम रेवाड़ का अनशन छठे दिन भी जारी रहा. हालांकि, अब उनकी तबियत लगातार बिगड़ती जा रही है. शुभम के कीटोन लेवल बढ़ने और ब्लड प्रेशर लो होने के बावजूद उन्होंने अपना अनशन जारी रखा हुआ है. हालांकि, पुलिस प्रशासन ने सोमवार शाम उन्हें विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार से उठाते हुए एसएमएस हॉस्पिटल में शिफ्ट किया.

इस दौरान एंबुलेंस में उन्हें जबरन बैठाने पर छात्रों ने विरोध भी जताया, जिस पर पुलिस प्रशासन ने हल्का बल प्रयोग करते हुए छात्रों को खदेड़ा. वहीं, बाद में छात्र एसएमएस अस्पताल के बाहर भी जुटे. यहां से भी छात्रों को खदेड़ा गया. वहीं, शुभम रेवाड़ ने कहा कि जिस तरह का व्यवहार पुलिस प्रशासन ने किया वो निंदनीय है. धरना स्थल से जबरन उठाकर उन्हें एसएमएस अस्पताल लेकर के आए, साथ ही उनके साथियों को लाठी मार कर अस्पताल से भी खदेड़ा जा रहा है.

पढ़ें :जयपुर के आराध्य गोविंद देव जी के चरणों में लगाई छात्रसंघ चुनाव करवाने की अर्जी, लिखा ये मार्मिक पत्र - Demand of Student Union election

उन्होंने सवाल उठाया की कब तक इसी तरह छात्रों की आवाज दबाई जाएगी. उन्होंने लिखित में भी दिया है कि उन्हें किसी तरह का इलाज नहीं चाहिए और दोबारा विश्वविद्यालय ही जाना है. जब तक प्रशासन उनसे बात नहीं करेगा, तब तक वो कोई इलाज नहीं लेंगे और अनशन भी जारी रखेंगे.

आपको बता दें कि शुभम 24 जुलाई से विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर अनशन पर बैठे हुए हैं, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कोई सुनवाई नहीं होने से छात्रों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. वहीं, सोमवार शाम को जब बड़ी संख्या में छात्र शुभम का सपोर्ट करने के लिए विश्वविद्यालय कैंपस पहुंचे, तो पुलिस प्रशासन ने उन्हें यहां से उठाकर एसएमएस अस्पताल शिफ्ट कर दिया.

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