श्रीगंगानगर:पंजाब के लुधियाना में सतलुज और व्यास नदी में बुड्ढा नाले से बह रहे जहरीले पानी को रोकने की मांग को लेकर को एक रोष मार्च का आयोजन किया गया. इस मार्च में राजस्थान से भी बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और प्रदूषित पानी से हो रही जानलेवा बीमारियों के खिलाफ आवाज उठाई.
लुधियाना में आयोजित इस रोष मार्च में संयुक्त किसान मोर्चा के प्रमुख नेता बलवीर सिंह राजेवाल सहित कई प्रमुख हस्तियों के साथ हजारों लोग उपस्थित रहे. सभा के दौरान वक्ताओं ने सतलुज नदी में बुड्ढे नाले से बह रहे जहरीले पानी के कारण हो रही स्वास्थ्य समस्याओं और इसके गंभीर दुष्प्रभावों पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि कई सालों से लोग इस समस्या से परेशान हैं, लेकिन कोई भी सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही. रोष मार्च के माध्यम से चेतावनी दी कि यदि 15 सितंबर तक बुड्ढा नाले का जहरीला प्रवाह नहीं रोका गया, तो उस पर लोग बंधा (बंद करना) बनाकर इसका प्रवाह खुद रोकेंगे.
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श्रीगंगानगर से ये हुए शामिल: राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले से 'जहर से मुक्ति आंदोलन' के नेतृत्वकर्ता मनिंद्र सिंह मान, रविंद्र सिंह तरखान, सुखबीर सिंह फौजी, गुरचरण सिंह मोड़ सहित कई लोग इस रोष मार्च का हिस्सा बने. इसके अलावा दूषित जल-असुरक्षित कल जनजागरण समिति के अध्यक्ष महेश पेड़ीवाल और संयोजक रमजान अली चौपदार के नेतृत्व में भी बड़ी संख्या में लोगों ने विरोध जताया.
सभा में श्रीगंगानगर के मनिंद्र सिंह मान ने कहा कि पंजाब और राजस्थान की जनता को एकजुट होकर प्रदूषण के खिलाफ संघर्ष करना होगा. उन्होंने कहा कि श्रीगंगानगर सहित राजस्थान के दर्जन भर जिले इस जहरीले पानी के कारण लाइलाज बीमारियों से जूझ रहे हैं. आंदोलन के प्रवक्ता रविंद्र सिंह तरखान ने कहा कि उन्होंने पंजाब के नेताओं को राजस्थान में आंदोलन को तेज करने के लिए आमंत्रित किया है. सितंबर में इस मुहिम को और तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा. महेश पेड़ीवाल ने कहा कि यह आंदोलन शुद्ध पानी और प्रदूषण मुक्त नदियों की मांग के लिए है, यदि सरकार ने 15 सितंबर तक कोई कदम नहीं उठाया, तो बुड्ढा नाले पर बंधा लगाकर इसका प्रवाह रोका जाएगा.