इटावा/कानपुरःगृहमंत्री अमित शाह 28 अप्रैल को इटावा में भाजपा प्रत्याशी रामशंकर कठेरिया के समर्थन में रविवार को दोपहर बाद नुमाइश मैदान में जनसभा को संबोधित करने पहुंचेंगे. अमित शाह के दौरे की जिला प्रशासन के साथ भाजपा कार्यकर्ता भी लगे हुए हैं. भारतीय जनता पार्टी के जिला महामंत्री शिवाकांत चौधरी और मंत्री जितेंद्र गौड़ ने बताया कि गृहमंत्री का हेलिकॉप्टर दोपहर 2 करीब सिविल लाइन में उतरेगा. इसके बाद अमित शाह नुमाइश पंडाल में पहुंचकर जनता को संबोधित करेंगे. उन्होंने बताया कि इस जनसभा में भारी भीड़ उमड़ेगी. वहीं, कानपुर में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर चुनावी रणनीति बनाएंगे.
4 बार सपा उम्मीदवार जीत चुके हैं चुनावःउल्लेखनीय है कि इटावा लोकसभा सीट सपा का गढ़ मानी जाती थी. लेकिन पिछले दो लोकसभा चुनाव से यहां पर बीजेपी का कब्जा है. बसपा के संस्थापक कांशीराम 1991 में इटावा से सांसद बने थे. इस बार बीजेपी ने वर्तमान सांसद राम शंकर कठेरिया, समाजवादी पार्टी ने जितेंद्र दोहरी और बसपा ने सारिका बघेल को प्रत्याशी बनाया है. इटावा से सबसे अधिक चार बार समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने चुनाव जीता है.
दो बार से भाजपा का कब्जाःवर्तमान में इटावा से सांसद राम शंकर कठेरिया को 2019 के लोकसभा चुनाव में 5,22,119 वोट मिले थे. जबकि समाजवादी पार्टी के कमलेश कठेरिया को 4,57,682 वोट मिले थे. इस तरह से रामशंकर कठेरिया की 64 हजार वोटों से जीत हुई थी. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने अशोक दोहरे को उम्मीदवार बनाया था और उन्होंने डेढ़ लाख वोटों से जीत हासिल की थी.
सबसे अधिक दलित मतदाताःइटावा लोकसभा सीट दलित बाहुल्य माना जाता है. यहां पर ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या भी अच्छी खासी है. इटावा में चार लाख करीब दलित वोटर, 2 लाख 50 हजार, क्षत्रिय 1 लाख 50 हजार, यादव 2 लाख, लोधी 1 लाख और मुस्लिम मतदाताओं की संख्या भी एक लाख है. इटावा लोकसभा के अंतर्गत 3 जिले मिलाकर 5 विधानसभा पड़ती है जिसमें इटावा की इटावा सदर (भाजपा) और भरथना (सपा) औरैया की औरैया सदर (भाजपा) दिवियापुर (सपा) और कानपुर देहात की सिकंदरा विधानसभा सीट (भाजपा) सम्मलित है ।
ये रहे इटावा लोकसभा के सांसद