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भाजपा कार्यालय के बाहर लगे होर्डिंग ने बढ़ाई टेंशन! - Hoardings Increased Tension - HOARDINGS INCREASED TENSION

प्रदेश भाजपा कार्यालय के बाहर लगा युवा मोर्चा का होर्डिंग अब चर्चा के केंद्र में है. जानें वजह...

HOARDINGS INCREASED TENSION
होर्डिंग ने बढ़ाई टेंशन! (ETV BHARAT JAIPUR)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 4, 2024, 2:42 PM IST

जयपुर :राजस्थान भाजपा अध्यक्ष के आदेश को भी अब युवा मोर्चा के नए स्वयंभू नेता नहीं मान रहे हैं. पिछले दिनों युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अंकित चेची की ओर से बनाई गई नई कार्यकारिणी को भले ही प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने रद्द कर दिया हो, लेकिन उस सूची में बने पदाधिकारी अपने आप को स्वंयभू पदाधिकारी मान कर चल रहे हैं. इसकी ताजा बानगी भाजपा सदस्यता अभियान को लेकर पार्टी कार्यालय के बाहर लगे युवा मोर्चा के होर्डिंग्स हैं. जिसमें एक तरफ युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अंकित चेची की तस्वीर है तो दूसरी तरफ कमल स्वामी का फोटो है. कमल स्वामी अभी आधिकारिक रूप से पदाधिकारी नहीं है, लेकिन उन्होंने अपने आप को स्वंयभू प्रदेश उपाध्यक्ष घोषित कर दिया है.

अध्यक्ष ने रद्द की थी सूची :दरअसल, 22 सितंबर को भाजपा के युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अंकित चेची ने करीब डेढ़ साल बाद अपनी कार्यकारिणी की घोषणा करते हुए पदाधिकारी की सूची जारी की थी. इस सूची में कई विवादित नेताओं के नाम सामने आने से विवाद खड़ा हो गया था. संगठन ने इस विवाद को देखते हुए सूची जारी होने के महज 1 घंटे के भीतर ही इस सूची को प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के निर्देश पर रद्द कर दिया था. साथ ही कहा गया था कि यह सूची त्रुटिवश जारी हुई है.

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ऐसे में नए सिरे से नई सूची भविष्य में जारी की जाएगी, लेकिन युवा मोर्चा के अंकित चेची ने जिन नेताओं को अपनी नई कार्यकारिणी में पदाधिकारी बनाया था, वो अभी भी अपने आप को पदाधिकारी के रूप में मानकर काम कर रहे हैं. भाजपा कार्यालय के बाहर होर्डिंग में युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष कमल स्वामी की तस्वीर लगी है, लेकिन हकीकत यह है कि कमल स्वामी के पास फिलहाल कोई जिम्मेदारी नहीं हैं.

संगठन ने ही दिए अधिकार :उधर, भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अंकित चेची से जब इस मामले पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि संगठन के निर्देश पर ही नई टीम से जुड़े पदाधिकारी अपने पद का नाम लिख रहे हैं. पिछले दिनों सदस्यता अभियान को लेकर जो बैठक हुई थी, उसमें कहा गया था कि नई और पुरानी टीम दोनों ही पदाधिकारी से सामंजस्य के साथ में काम कराएं. जब संगठन ने ही उन्हें अधिकार दे दिए हैं तो वो अपने पद का नाम क्यों नहीं लिखेंगे, जो सूची रद्द की गई है वो रद्द नहीं है. वह त्रुटिवश जारी मानते हुए किन्हीं कारणों से रोकी गई है, लेकिन उस सूची में जो पदाधिकारी बनाए गए हैं, वो पदाधिकारी यथावत रहेंगे.

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