रांची: झारखंड विधानसभा के एक दिन के विशेष सत्र में आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन विश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे, जिस पर चर्चा भी होगी. एक दिन के विशेष सत्र के दौरान सत्ताधारी दलों के विधायकों की रणनीति क्या हो और विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सत्ताधारी दल के विधायक किन-किन मुद्दों को प्रमुखता से उठाएं, इसकी रणनीति रांची के कांके स्थित मुख्यमंत्री आवास में रविवार देर शाम तक बनाई गई. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ-साथ झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल के ज्यादातर विधायक सत्ताधारी विधायक दल की बैठक में उपस्थित रहे.
हेमंत सोरेन को जेल भेजने के मामले पर सत्ता पक्ष घेरेगा विपक्ष को
मिली जानकारी के अनुसार सत्ताधारी दल के नेताओं ने यह रणनीति बनाई है कि जब मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन विश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे उसके बाद चर्चा के दौरान यह मुद्दा केंद्र में रहेगा कि कैसे बिना किसी पर्याप्त सबूत के उनके नेता को भाजपा के इशारे पर गिरफ्तार कर पांच महीने जेल में रखा गया. सत्ताधारी दल की ओर से जिन्हें-जिन्हें बोलने का मौका मिलेगा, वह भाजपा को इस बात के लिए कठघरे में खड़ा करते दिखेंगे कि वह राज्य में विकास की गति को बाधित करने के लिए कोई पार्टी जिम्मेवार है तो वह भाजपा ही है.
कल मंत्रिमंडल विस्तार और नाम भी होगा फाइनलः प्रदीप यादव
वहीं बैठक समाप्त होने के बाद पूर्व मंत्री प्रदीप यादव ने कहा कि सभी सत्ताधारी दल के विधायकों को 10 बजे तक विधानसभा पहुंचने को कहा गया है. उन्होंने आसानी से विश्वास मत प्राप्त करने का दावा किया है. विधायक प्रदीप यादव ने बताया कि कल ही अपराह्न 03 बजे मंत्रिमंडल विस्तार है, नाम कल सुबह फाइनल होगा. प्रदीप यादव ने कहा कि कल मुख्यमंत्री ही संसदीय कार्यमंत्री की भूमिका निभाएंगे. उन्होंने कहा कि आलमगीर आलम को सदन की कार्यवाही में भाग लेने के मामले में कल कोर्ट में सुनवाई है. उम्मीद है कि उन्हें भी कोर्ट इसकी अनुमति मिल जाएगी.
रिटर्न ऑफ महाठग सरकार है-अमर बाउरी