बरेली: जेल की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए और जेल में परिसर से कोई भी कैदी या अपराधी मोबाइल फोन का इस्तेमाल न कर सके, इसके लिए उत्तर प्रदेश शासन की तरफ 2 जेलों में हारमोनियम कॉल ब्लॉकिंग सिस्टम लगाया जाएगा. जिससे जेल परिसर में कोई भी मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं कर सकेगा. डिवाइस लगाने से पहले संबंधित कंपनी की तरफ से सर्वे भी कर लिया गया है.
शासन की तरफ से उत्तर प्रदेश की बरेली केंद्रीय कारागार दो और कासगंज की जेल में हारमोनियस कॉल ब्लॉकिंग सिस्टम लगने का प्रस्ताव पास हुआ है. इस डिवाइस को लगाने से पहले संचार मंत्रालय के डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन की तरफ से सर्वे भी किया गया है. सर्वे में मोबाइल फोन कॉल की सभी कंपनियों के संबंध प्रतिनिधि शामिल हुए. केदी कारागार दो में जिस जगह सिस्टम को लगाया जाना है, उसको भी सर्वे टीम के द्वारा चिन्हित कर लिया गया है.
बरेली के केंद्रीय कारागार 2 के जेलर शैलेश कुमार सिंह ने बताया कि हारमोनियम कॉल ब्लॉकिंग सिस्टम के द्वारा अनवांटेड कॉल को पूरी तरह से प्रतिबंधित करेगी. कोई भी अगर मोबाइल चल रहा है, तो उससे कॉल तो लगेगी पर कॉल लगते ही फोन कट हो जाएगा. इस सिस्टम के लगने के बाद उसके कवरिंग एरिया में कोई भी सेल फोन काम नहीं करेगा. इसके बाद जेल की सुरक्षा और मजबूत हो जाएगी.
शैलेश कुमार सिंह ने बताया कि जेल में कभी-कभी समस्या आती है कि अंदर से फोन इस्तेमाल किया जा रहा है. उस पर पूरी तरह से प्रतिबंध लग जाएगा. जेल परिसर में रहने के दौरान वहां तैनात सभी जेल कर्मियों और अन्य कर्मचारियों के भी फोन काम नहीं करेंगे जो भी व्यक्ति जेल परिसर में होगा वह किसी भी तरीके से अपना मोबाइल फोन इस्तेमाल नहीं कर सकेगा और ना ही उसे मोबाइल फोन से कहीं बात कर पाएगा.