फिरोजाबाद : उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में मंगलवार को सत्संग के दौरान मची भगदड़ में जिन 121 लोगों की मौत हुई है उनमें फिरोजाबाद जिले की एक महिला भी शामिल है. महिला सत्संग में भोलेबाबा की कृपा पाने के लिए गई थीं, लेकिन घर पर उसकी लाश पहुंची. महिला का शव बुधवार को जब उनके घर पहुंचाया गया तो परिजनों में चीखपुकार मच गई. भगदड़ के दौरान फिरोजाबाद जिले की दो अन्य महिलाएं घायल हुई हैं, जिनका इलाज जारी है.
बता दें, उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में मंगलवार को भोलेबाबा का सत्संग आयोजित किया गया था. सत्संग में लगभग ढाई लाख लोगों की भीड़ जुटी थी. सत्संग के समापन के दौरान बाबा की चरण रज (धूल) लेने के दौरान भगदड़ मच गई. लोग एक दूसरे के ऊपर गिरते गए और भीड़ थमी तो लाशें बिछ चुकी थीं. अब तक भगदड़ में 121 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है. वहीं ढाई सौ से ज्यादा घायलों का इलाज अब भी जारी है.
बताया जा रहा है कि मरने वालो में ज्यादातर लोग अलीगढ़, एटा,कासगंज और हाथरस जिले के रहने वाले हैं. फिरोजाबाद जिले से भी सैकड़ों की तादात में लोग भोलेबाबा के सत्संग में भाग लेने के लिए गए थे. इन लोगों में फिरोजाबाद के सिरसागंज थाना क्षेत्र के गांव शेखूपुर में रहने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रामा देवी भी कई महिलाओं के साथ सत्संग में गई थीं, लेकिन भगदड़ में मौत हो गई. रामा देवी के साथ गई भगवान देवी ने बताया कि रामा देवी के साथ मनसा देवी भी भीड़ में दब गई थीं, लेकिन रामा देवी उठकर खड़ीं नहीं हो सकीं, जबकि मनसा देवी को सेवादारों ने बचा लिया. बहरहाल रामा देवी के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. हादसे में पचोखरा थाना क्षेत्र के राजनगर निवासी भगवती देवी पत्नी रणवीर सिंह, मार्ग श्री पत्नी मोहनलाल भी घायल हुई हैं, जिनका इलाज आगरा के निजी अस्पताल में चल रहा है.
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