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साइबेरियन पक्षियों को भा रहा हथिनीकुंड बैराज, 6 हजार किमी का सफर कर पहुंचते हैं यहां

साइबेरियन पक्षियों का सबसे पसंदीदा डेरा हथिनीकुंड बैराज बन रहा है. ये पक्षी 6000 किलोमीटर की उड़ान भर यमुनानगर में पहुंचते हैं.

CYBERIAN BIRDS IN HARYANA
हरियाणा में साइबेरियन पक्षी (Etv Bharat)

By ETV Bharat Haryana Team

Published : 5 hours ago

यमुनानगर: जिले के हथिनीकुंड बैराज और ताजेवाला हेड पर साइबेरियन पक्षियों ने डेरा डाल लिया है. साइबेरिया में इन दिनों भीषण सर्दी के चलते वहां के पक्षी हजारों किलोमीटर की यात्रा कर हर साल यमुनानगर के हथिनीकुंड बैराज और आसपास के इलाकों में पहुंचते हैं, जहां का मौसम इनके अनुकूल है. जिस पर यमुना का वन्य प्राणी विभाग नजर रखता है.

6 हजार किलोमीटर की यात्रा कर पहुंचते हैं भारत : सर्दी शुरू होते ही हथिनीकुुंड बैराज पर प्रवासी पक्षी भी पहुंचने लगे हैं. हर साल जैसे-जैसे सर्दी बढ़ती है, इनकी संख्या में भी इजाफा होता है. हर साल सर्दी के मौसम में ये पक्षी करीब 6 हजार किलोमीटर की यात्रा कर यहां पहुंचते हैं. साइबेरिया में इन दिनों तापमान माइनस डिग्री सेल्सियस से भी कम होने के चलते ये पक्षी यात्रा कर हथिनीकुंड बैराज पर पहुंचते हैं. कुंड पर बैठे इन प्रवासियों पक्षियों की आवाज भी दूर-दूर तक सुनाई देती है. हर कोई इन पक्षियों का मनोरम दृश्य देखने के लिए खड़ा हो जाता है. पानी में इनकी कलाबाजियां ऐसी लगती हैं कि जैसे मछलियां पानी में डुबकी लगा रही हों.

हरियाणा में साइबेरियन पक्षी (Etv Bharat)

हथिनीकुंड और ताजेवाला हेड की शोभा बढ़ा रहे विदेशी पक्षी : हालांकि वाइल्ड लाइफ इन साइबेरियन पक्षियों पर खास नजर रखता है और कोई शिकार ना करें, इस पर भी पूरा ध्यान दिया जाता है. वन्य प्राणी विभाग के अधिकारी सुमित कुमार का कहना है कि पिछले लंबे समय से साइबेरियन पक्षी यमुनानगर जिले में खासकर हथिनीकुंड और ताजेवाला हेड की शोभा बढ़ा रहे हैं. इन पक्षियों पर वन्य प्राणी विभाग की खास नजर रहती है. ये पक्षी लंबा सफर तय करके यहां पहुंचते हैं, क्योंकि यहां का वातावरण और पानी उन्हें बहुत पसंद है.

इन पक्षियों ने दी दस्तक : सर्दी के मौसम में विदेशी साइबेरियन मुरगाबी, पिंन टेल डक, सपोर्ट बिल, हेडेड गूज और कूट आदि प्रवासी पक्षियों का आगमन होता है. जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी वैसे-वैसे प्रवासी पक्षियों की संख्या में इजाफा होगा. इसके बाद पूरी सर्दी में प्रवासी पक्षी नहर इलाकों में देखे जा सकेंगे. करीब 4 महीने तक ये प्रवासी मेहमान यहां रहेंगे.

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