चंडीगढ़:हरियाणा में नायब सिंह सैनी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ कैबिनेट मंत्रियों ने भी शपथ ली. वहीं, अनिल विज ने भी मंत्री पद की शपथ ली. अंबाला कैंट से बीजेपी विधायक अनिल विज ने सीएम सैनी के बाद दूसरे नंबर पर शपथ ली. अनिल विज अंबाला कैंट से विधायक हैं. वह इससे पहले भी राज्य सरकार में गृह और स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं. 70 के दशक में संघ से जुड़े विज पंजाबी बिरादरी से आते हैं. वे लगातार सातवीं बार विधायक बने हैं.
जब अनिल विज ने पेश की थी सीएम पद की दावेदारी: अंबाला से सांसद अनिल विज अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते हैं. चुनाव के दौरान उन्होंने सीएम पद की दावेदारी भी पेश की थी. हालांकि उसके बाद उन्होंने कहा कि पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी, वे उसे बखूबी निभाएंगे और पार्टी का फैसला मानेंगे. बता दें कि गुरुवार, 17 अक्टूबर को हरियाणा सरकार में मंत्री पद का शपथ ग्रहण समारोह पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित परेड ग्राउंड में हुआ.
जब विज ने छोड़ी थी बैंक की नौकरी: अनिल विज का जन्म 15 मार्च 1953 को हरियाणा में हुआ. वह पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छात्र शाखा में थे. अनिल विज ने एबीवीपी के जरिए छात्र राजनीति में कदम रखा. जब विज एस. डी. कॉलेज अंबाला में पढ़ाई कर रहे थे तो साथ में राजनीतिक क्षेत्र में भी एक्टिव हो गए थे. 1970 में एबीवीपी ने अनिल विज को महासचिव बनाया था. अनिल विज ने विश्व हिंदू परिषद, भारत विकास परिषद बीएमएस और ऐसे अन्य कई संगठनों के साथ सक्रिय रूप से काम किया. विज ने 1974 में एसबीआई में नौकरी की, लेकिन बीजेपी से भी जुड़े रहे.