कुरुक्षेत्र: कुरुक्षेत्र में आज बीजेपी द्वारा राज्य स्तरीय सरपंच सम्मेलन का आयोजन किया गया. सम्मेलन में मुख्यमंत्री नायब सैनी भी मौजूद थे. बीजेपी से नाराज सरपंचों को मनाने के लिए मुख्यमंत्री ने कई घोषणाएं की. ई टेंडरिंग को लेकर उन्होंने बड़ी घोषणा की.
बिना ई टेंडरिंग के करवा सकते काम: मुख्यमंत्री ने राज्य स्तरीय सरपंच सम्मेलन में कई बड़े ऐलान किये जिसमें सबसे प्रमुख बिना ई टेंडरिंग के काम करवाने की घोषणा थी. सरपंच अब बिना ई टेंडरिंग से 21 लाख रुपए तक का विकास कार्य करवा सकते हैं जबकि पहले वे 5 लाख रुपए तक का ही काम करवा सकते थे. यानि अब सरपंच अब 21 लाख रुपए तक के विकास कार्य को करवाने की जिम्मेदारी किसी भी को सौंप सकते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास कार्य के लिए जो एस्टीमेट सरपंच बनाकर पोर्टल पर अपलोड करते हैं वह 10 दिन के अंदर पास हो जाएगा जिससे काम में तेजी आएगी.
भत्ता भी बढ़ा: सरपंच अगर गांव के किसी काम से बाहर जाते हैं तो 16 रूपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से उनको भत्ता दिया जाएगा. मुकदमे के कारण सरपंच को कोर्ट में जाना होता है उस सिलसिले में भी उन्हें सुविधा दी गयी है. जिला कोर्ट के लिए वकील की फीस जो 1100 रुपये होती थी वह बढा कर 5500 हो गई है, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में जाते हैं तो वहां वकील की फीस पहले 5500 रुपये निर्धारित थो वह बढ़ कर 33000 रुपये कर दी गयी है. स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर आयोजन के मद में पहले खर्च के लिए तीन हजार रुपया दिया जाता था जिसे बढ़ा कर 30000 कर दिया गया है.