नई दिल्ली:राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति गंभीर बनी हुई है, न केवल वायुमंडलीय प्रदूषण बल्कि यमुना नदी की भी बदहाली स्पष्ट नजर आ रही है. शनिवार को कालिंदी कुंज यमुना घाट पर पहुंचने वाले केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने यमुना में फैले झाग को लेकर चिंता जताई और दिल्ली सरकार को सख्त लहजे में जिम्मेदार ठहराया.
यमुना का दयनीय हाल:यमुना नदी, जो एक समय में जीवनदायिनी मानी जाती थी, अब प्रदूषण के कारण गंभीर संकट में है. शनिवार सुबह से ही यमुना के सतह पर झाग का जमाव साफ तौर पर दिखाई दे रहा था. यह स्थिति लंबे समय से बनी हुई है, विशेष रूप से ठंड के मौसम में जबकि दिल्ली का वायुमंडलीय प्रदूषण भी तेजी से बढ़ता है.
हर साल अक्टूबर और नवंबर के महीने में यमुना की यह मर्मान्तक स्थिति दिखाई देती है, लेकिन अब तक कोई ठोस उपाय नहीं किए गए हैं. इसके लिए सरकारों की विभिन्न योजनाओं और दावों के बावजूद, यमुना की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है.
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर:केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) पर निशाना साधते हुए कहा कि, "यदि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर कम नहीं हुआ है और यमुना की स्थिति भी बदतर बनी हुई है, तो इसके लिए पार्टी के नेता, विशेष रूप से अरविंद केजरीवाल और आतिशी, जिम्मेदार हैं. मल्होत्रा ने यह भी सवाल उठाया कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए निर्धारित करोड़ों रुपयों का क्या हुआ."