MP Weather Update: मध्यप्रदेश में बिन मौसम बरसात और ऊपर से ओलावृष्टि की दोहरी मार ने फसलों का बुरा हाल कर दिया (hailstorm devastated crops in mp). भोपाल, हरदा, ग्वालियर, गुना, बुरहानपुर सहित 24 जिलों में आफत की बारिश से किसान परेशान हैं. लेकिन फिलहाल इससे राहत मिलती नहीं दिख रही है. दरअसल, मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों में 21 जिलों में ओलावृष्टि और बारिश की संभावना जताई है.
इन जिलों को लेकर अलर्ट जारी
भोपाल में रात तीन बजे से गरज-चमक के साथ पानी गिरा तो वहीं उज्जैन में हवाओं ने शुक्रवार शाम से रौद्र रूप दिखाया. मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटे में प्रदेश के कई जिलों में तेज और हल्की बारिश होने का अनुमान जताया है. छतरपुर के खजुराहो, पन्ना, हरदा, बैतूल, टीकमगढ़, सागर, भिंड, मुरैना, दतिया के रतनगढ़ और जबलपुर में भी ओले गिर सकते हैं. यहां 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चलने की संभावना है.
आगे ऐसा रहेगा मौसम
मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ (Western disturbance) अफगानिस्तान और उसके आसपास चक्रवाती परिसंचरण (cyclonic circulation) के रूप में सक्रिय है. वहीं राजस्थान के ऊपर चक्रवाती हवाओं का घेरा है, ट्रफ लाइन और अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी भी आ रही है, जिसकी वजह से मध्यप्रदेश के कई जिलों में बारिश और ओलावृष्टि एक बार फिर होने लगी है. लेकिन चिंता की बात यह है कि पांच मार्च को फिर एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने से मौसम कुछ ऐसा ही बना रहेगा.
इन जिलों की फसलों को हुआ भारी नुकसान
इस आफत की बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की तैयार फसल को बर्बाद कर दिया है. 26 से 27 फरवरी और फिर मार्च की शुरुआत से हुई बारिश और ओलावृष्टि ने जबलपुर, शहडोल, ग्वालियर और नर्मदापुरम संभाग के सभी जिले, रीवा संभाग के कुछ जिलों और सागर, टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, सतना, बड़वानी, दमोह, खण्डवा, इंदौर, पन्ना, भोपाल, विदिशा, रायसेन, खरगोन, सिंगरौली आदि जिलों की फसलों को तबाह कर दिया है.