ग्वालियर। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी मणिपुर से मुंबई तक भारत जोड़ो न्याय यात्रा लेकर निकले हैं. राज्य दर राज्य आगे बढ़ रही यात्रा शनिवार को मध्य प्रदेश में प्रवेश करने के बाद न्याय यात्रा मुरैना होते हुए देर शाम ग्वालियर पहुंची. यहां शहर के हजीरा इलाके में राहुल गांधी की न्याय यात्रा का रोड शो और लोगों का इस यात्रा को लेकर उत्साह देखते ही बना. जगह-जगह स्वागत मंच, हजारों की भीड़ और न्याय यात्रा में एक जीप पर बैठे राहुल गांधी हर किसी का अभिवादन स्वीकारते नजर आए.
भीड़ से बुलाये पिछड़ा, दलित आदिवासी वर्ग के लोग
राहुल गांधी का काफिला जब हजीरा चौक पर पहुंचा, तो राहुल गांधी ने यहां नुक्कड़ सभा को भी संबोधित किया. कांग्रेस नेता ने यहां भीड़ में से कुछ लोगों को अपनी जीप पर बुलाकर बिठाया. ये लोग पिछड़ा वर्ग, दलित और आदिवासी वर्गों से थे. राहुल गांधी ने इन लोगों से सवाल भी किया कि देश की कितनी फीसदी आबादी का वे हिस्सा हैं.
देश की 73 फीसदी आबादी को नहीं मिलती भागीदारी
राहुल गांधी ने नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए कहा कि, 'आज देश की 73 फीसदी आबादी को समझने की जरूरत है कि देश में उनकी भागीदारी कितना जरूरी है. उन्होंने कहा कि कहने को आज पिछड़ा, दलित और आदिवासी वर्ग 73 फीसदी आबादी का हिस्सा हैं, लेकिन फिर भी भारत की टॉप 200 कंपनियों में इन वर्गों से एक भी मालिक नहीं है. मीडिया में इन वर्गों में से एक भी नहीं है. यहां तक कि प्राइवेट विश्वविद्यालय, कॉलेजों, अस्पतालों के मालिक भी इन वर्गों में से नहीं हैं. ऐसे में आखिर ये 73 फीसदी आबादी के लोग कहां हैं.'
राहुल गांधी का कहना है की 'देश में दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के लोगों को लेबर सेक्टर में रखा गया है. जो आबादी देश को चलाने का काम करती है. उन लोगों को देश में कहीं भी भागीदारी नहीं मिलती है.'