गूंजी के ग्रामीणों ने स्वदेश दर्शन योजना 2.0 का किया विरोध पिथौरागढ़: धारचूला में गूंजी के ग्रामीणों ने स्वदेश दर्शन योजना 2.0 का विरोध किया है. इसी बीच ग्रामीणों ने पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी को आ रही समस्याओं से अवगत कराया और जल्द ही मांग को पूरा करने की मांग उठाई. साथ ही उपजिलाधिकारी मनजीत सिंह गिल और पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी को ज्ञापन भेजा है.
ग्रामीण ने कहा कि सेना और पर्यटन विभाग द्वारा गूंजी में भूमि अधिग्रहण कर निर्माण कार्य किया जा रहा है. जिसका व्यास संघर्ष समिति विरोध करती है. प्रधानमंत्री मोदी के गूंजी दौरे के बाद विकास कार्यों में तेजी के साथ-साथ स्थानीय लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद थी, लेकिन पर्यटन विभाग द्वारा स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत कार्य करने से स्थानीय लोगों का रोजगार छीना जा रहा है. इसके अलावा ग्रामीणों ने एमआई 17 हेलीकॉप्टर से यात्रा नहीं कराने की भी मांग की है.
ग्रामीणों का कहना है कि हेलीकॉप्टर से अगर यात्रा कराई जाती है, तो सीमांत के रोजगार पर असर पड़ेगा. पर्यटन विभाग द्वारा गूंजी के मनीला में स्वदेश दर्शन योजना के लिए 20 एकड़ भूमि पर अधिग्रहण करने जा रही है. जिसमें ग्राम पंचायत गूंजी की गोचर भूमि के साथ ही व्यास घाटी के ऐतिहासिक पारंपरिक आस्था के केंद्र से छेड़छाड़ की जा रही है. पर्यटन विभाग के अधिकारियों द्वारा बिना सलाह के उक्त भूमि का अधिग्रहण कर पूरे समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाया जा रहा है.
व्यास संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह नबियाल ने कहा कि अगर जल्द ही मांग को पूरा नहीं किया गया और सरकार हमारी बातों को अनसुना करती है, तो दारमा चौदास के साथ-साथ व्यास घाटी के ग्रामीण आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे. उन्होंने कहा कि यात्रा सीजन के दौरान असहयोग आंदोलन किया जाएगा. जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी.
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