पलामूः जिला पुलिस के वे बहादुर जवान जिन्होंने कई नक्सलियों को मौत की नींद सुलाई है. उन जवानों का अब सपना पूरा हुआ है. सरकार ने सभी को इनाम दिया है. बहादुर जवान कॉन्स्टेबल से अधिकारी बन गए हैं. झारखंड सरकार के गृह एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने एक अधिसूचना जारी करते हुए 49 बहादुर जवानों को प्रमोशन दिया है. प्रमोशन पाने वालों में पलामू पुलिस के पांच जवान हैं.
बता दें कि सभी जवानों ने नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी और मुठभेड़ में शामिल हुए थे. पांचों जवान को पुलिस मेडल का गैलेंट्री मिला था. पलामू पुलिस में तैनात जवान रंजीत कुमार को दो बार पुलिस मेडल ऑफ गैलेंट्री मिला है. उन्हें पहली गैलेंट्री के लिए एएसआई जबकि दूसरी गैलेंट्री के लिए सब इंस्पेक्टर में प्रमोशन मिला है. कांस्टेबल बलराम दास को एएसआई, जुरेंद्र सोय, शशिरंजन कुमार पांडेय, राजेश कुमार साहू और तसादुक अंसारी को एएसआई में प्रमोशन मिला है.
पलामू के नौडीहा बाजार क्षेत्र के झूम झूम पहाड़ पर 18 फरवरी 2018 को पुलिस एवं नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ में नक्सलियों के कमांडर मारे गए थे और कई पकड़े गए थे. इस मुठभेड़ में बहादुरी दिखाने के लिए जवान रंजीत कुमार और बलराम दास को गैलेंट्री मिला था. 28 मई 2018 को पलामू के छतरपुर थाना क्षेत्र के हेसाग के इलाके में पुलिस, सुरक्षाबल एवं नक्सली संगठन टीएसपीसी के बीच मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ में टीएसपीसी के तीन एरिया कमांडर मारे गए थे. इसमें बहादुरी दिखाने के लिए जुरेंद्र सोय, शशि शशि रंजन कुमार पांडेय, राजेश कुमार साहू और तसादुक अंसारी को गैलेंट्री मिला था. 24 फरवरी 2021 को पलामू के रामगढ़ थाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में 5 लाख का इनामी जेजेएमपी कमांडर मारा गया था. इस मुठभेड़ के लिए रंजीत प्रसाद को गैलेंट्री मिला था.