भरतपुर. अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल से कुछ अपराधी गैंगवार की साजिश रच रहे थे, लेकिन भरतपुर डीएसटी और साइबर सेल ने समय रहते साजिश को नाकाम कर दिया. भरतपुर पुलिस ने अजमेर जेल से साजिश रचने वाले तीन आरोपी समेत कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों में एक आरोपी जोधपुर का और दो आरोपी भरतपुर व डीग जिले के रहने वाले हैं. अजमेर जेल में बंद आरोपियों के कब्जे से मोबाइल व सिम कार्ड भी बरामद किए गए हैं.
भरतपुर पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि जानकारी मिली कि अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद कृपाल जघीना गैंग के सदस्य भरतपुर जिले में गैंगवार की तैयारी कर रहे हैं. जयपुर एटीएस से भी इस तरह का इनपुट मिला. इस संबंध में 22 जून 2024 को कोतवाली थाने में एक मामला भी दर्ज हुआ कि अजमेर जेल में बंद कुछ व्यक्ति तीन लोगों के खिलाफ गैंगवार करने की फिराक में हैं.
मामला दर्ज होने के बाद तहकीकात की गई. तहकीकात में पता चला कि अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद रोहित, प्रशांत चौधरी, लोकेश चौधरी, शुभम लवानिया, बल्लो उर्फ बलराम, मोहित रेसलर, परमवीर, गब्बर, पंकज, जहांगीर उर्फ बाबू उर्फ डोरेमोन और लोकेंद्र उर्फ लोकी साजिश में शामिल हैं. 30 के बाद गैंगवार की साजिश रचने के आरोप में अजमेर जेल से पंकज, लोकेंद्र उर्फ लोकी और जहांगीर उर्फ डोरेमोन को गिरफ्तार किया है. साथ ही डीग जिले के सोगर गांव के लोकेश चौधरी और भरतपुर के जघीना गांव निवासी बलराम उर्फ बल्लो को भी गिरफ्तार किया गया है.